जनपद में लाई जाएंगी 10 हजार गंबूजिया मछली
बैक्टीरिया जनित बीमारियों का प्रकोप कम करने के लिए गंबूजिया मछली को हथियार बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी पुलकित खरे की पहल पर स्वास्थ्य विभाग ने गंबूजिया मछली लाने के प्रयास शुरू किए हैं। सीएमओ डॉ. सीमा अग्रवाल ने मुख्य चिकित्साधिकारी बरेली को पत्र भेजकर 10 हजार गंबूजिया मछली उपलब्ध कराने की मांग की है।
पीलीभीत,जेएनएन: बैक्टीरिया जनित बीमारियों का प्रकोप कम करने के लिए गंबूजिया मछली को हथियार बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी पुलकित खरे की पहल पर स्वास्थ्य विभाग ने गंबूजिया मछली लाने के प्रयास शुरू किए हैं। सीएमओ डॉ. सीमा अग्रवाल ने मुख्य चिकित्साधिकारी बरेली को पत्र भेजकर 10 हजार गंबूजिया मछली उपलब्ध कराने की मांग की है। मलेरिया विभाग की ओर से मछली छोड़ने के लिए तालाबों का चयन कर लिया गया है।
संचारी रोग नियंत्रण माह के अंतर्गत जागरूकता व साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा है। मलेरिया, डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण पाने के लिए जिलाधिकारी ने गंबूजिया मछली जनपद के तालाबों में छोड़ने के निर्देश दिए थे। गंबूजिया मछली लार्वा को पनपते ही खा जाती है जिससे मच्छरों की ब्रीडिग नहीं हो पाती। जिलाधिकारी के आदेश पर सीएमओ ने बरेली में तैनात अपने समकक्ष को पत्र भेजकर हैचुरी (मछली पालन का स्थान) से 10 हजार मछलियों की मांग की है। सीएमओ बरेली की अनुमति मिलते ही मलेरिया विभाग की टीम बरेली जाकर मछलियों को लेकर आएगी। मछलियों को विशेष वाहन से पर्याप्त कृत्रिम ऑक्सीजन के साथ लाया जाएगा। मलेरिया प्रकोपित क्षेत्रों में छोड़ी जाएगी मछली: गत वर्ष मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित रहे क्षेत्रों में गंबूजिया मछली छोड़ने का प्लान तैयार कर लिया गया है। सहायक मलेरिया अधिकारी राजीव मौर्या ने बताया कि बीसलपुर में देवहा नदी के समीप स्थित अहिरवाड़ा, रुहनिया, खनंका, दुबहा, बरखेड़ा के भैंसा ग्वालपुर, मुड़िया हुलास, आमडार, टेड़ा लेखराज, ललौरीखेड़ा के गौनेरा, न्यूरिया के पिपरिया अगरू, बास्थान, मिलक, पूरनपुर के कढ़ेर चौरा, तालुके महाराजपुर व नवादा धनेज के तालाबों का चयन गंबूजिया मछली छोड़ने के लिए किया गया है। इसके अलावा, अन्य कई जलाशयों में भी मछली छोड़ी जाएंगी जिनमें पानी का पीएच (पावर ऑफ हाइड्रोजन) 6 से 9 के बीच होगा। वर्जन--
सीएमओ का पत्र प्राप्त हो गया है। सीएमओ बरेली स्तर से आवश्यक कार्रवाई होनी है। जल्द ही विभागीय प्रक्रिया पूर्ण कर गंबूजिया मछलियों को जनपद में भेजा जाएगा। इसके साथ ही पीलीभीत में सुरक्षित स्थान पर हैचरी बनाना आवश्यक है। इसके लिए स्थान की तलाश की जा रही है जिससे वहीं पर मछलियों की ब्रीडिग कराकर उन्हें तैयार किया जा सके।
- डीआर सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी