करंट से युवक की मौत, दो झुलसे
गांव डूंढेरा निवारी गिरीराज का 22 वर्षीय बेटा राहुल शनिवार को अपने दोस्त विक्की व नारायण उर्फ दिनेश के साथ अपने घर में लगा हैंडपंप ठीक कर रहा था। तभी हैंडपंप की सरिया ऊपर से गुजर रही बिजली के तारों से टकरा गई और करंट की चपेट में आने से राहुल विक्की व नारायण गंभीर रूप से झुलस गए। आनन-फानन में स्वजन ने तीनों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया जहां डाक्टरों ने राहुल को मृत घोषित कर दिया।
संवाद सहयोगी, जेवर : हाईटेंशन बिजली करंट की चपेट में शनिवार को गांव डूंढेरा निवासी एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से झुलस गए। गांव डूंढेरा निवारी गिरीराज का 22 वर्षीय बेटा राहुल शनिवार को अपने दोस्त विक्की व नारायण उर्फ दिनेश के साथ अपने घर में लगा हैंडपंप ठीक कर रहा था। तभी हैंडपंप की सरिया ऊपर से गुजर रही बिजली के तारों से टकरा गई और करंट की चपेट में आने से राहुल, विक्की व नारायण गंभीर रूप से झुलस गए। आनन-फानन में स्वजन ने तीनों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने राहुल को मृत घोषित कर दिया। विक्की व नारायण का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे : हाईटेंशन बिजली की लाइन के चलते पहले भी ग्रामीण क्षेत्र में कई हादसे हो चुके हैं। पांच अक्टूबर को रोही गांव निवासी भानु प्रकाश सिंह के 21 वर्षीय बेटे युधिष्ठर की बिजली के तारों की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। इसके अलावा जहांगीरपुर क्षेत्र में हाईटेंशन बिजली के तारों के आपस में टकराने से उठी चिगारी की चपेट में आने से एक युवती की मौत हो गई थी। कुछ वर्ष पहले डूंढेरा गांव में बारात की चढ़त के दौरान हाईटेंशन तारों की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि कई बाराती घायल हो गए थे। 27 जून को भी बनवारीबास गांव में हैंडपंप ठीक करते समय तीन लोग घायल हो गए थे, जिनमें से रामनेर गांव निवासी अशोक व बनवारीबास गांव निवासी लालू की मौत हो गई थी। हादसे के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग से खुले तारों के स्थान पर केबल लगाने की मांग की थी, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ है।