यमुना एक्सप्रेस-वे पर ट्रामा सेंटर संग बनेगा 100 बेड का अस्पताल
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे हादसों में घायलों को त्वरित उपचार के लिए ट्रामा सेंटर बन रहा है। प्रदेश सरकार इसके साथ 100 बेड का अस्पताल भी बनाने जा रही है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद व यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह के बीच हुई वार्ता के बाद सेक्टर 22 ई में 24 हजार वर्गमीटर जमीन विभाग को आवंटित करने पर सहमति बनी है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेस-वे हादसों में घायलों को त्वरित उपचार के लिए ट्रामा सेंटर बन रहा है। प्रदेश सरकार इसके साथ 100 बेड का अस्पताल भी बनाने जा रही है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद व यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह के बीच हुई वार्ता के बाद सेक्टर 22 ई में 24 हजार वर्गमीटर जमीन विभाग को आवंटित करने पर सहमति बनी है।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर हर साल कई लोग दुर्घटनाओं में दम तोड़ देते हैं। सर्दियों में दुर्घटनाओं की संभावना अधिक रहती है। दुर्घटनाओं में घायलों को उपचार के जेवर, ग्रेटर नोएडा व नोएडा में भर्ती कराया जाता है। गंभीर घायलों को समय से उपचार न मिलने से उनकी मौत हो जाती है। दुर्घटनाओं में घायलों को त्वरित उपचार के लिए प्रदेश सरकार यमुना एक्सप्रेस-वे पर ट्रामा सेंटर बनाने जा रही है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने अब ट्रामा सेंटर के साथ सौ बेड का अस्पताल बनाने का भी फैसला किया है। इसका फायदा एक्सप्रेस-वे से गुजरने वालों के अलावा यमुना प्राधिकरण के सेक्टर एवं गांवों में रहने वालों को भी मिलेगा। उन्हें सस्ता और सुलभ उपचार मिल सकेगा।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश सरकार के प्रस्ताव से बुधवार को यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह को अवगत कराते हुए ट्रामा सेंटर एवं अस्पताल के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया। दोनों अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे से सटे सेक्टर 22 ई में 24 हजार वर्गमीटर जमीन स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने पर सहमति बनी है। विभाग की ओर से लिखित प्रस्ताव मिलने पर जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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पहले सेक्टर बीस में आवंटित होना था भूखंड
एक्सप्रेस-वे के किनारे पहले ट्रामा सेंटर प्रस्तावित था। इसके लिए सेक्टर 20 में जमीन चिह्नित हुई थी, लेकिन ट्रामा सेंटर के साथ अस्पताल का प्रस्ताव मिलने के बाद सेक्टर 22 ई में जमीन चिह्नित की गई है। सेक्टर 20 में ट्रामा सेंटर एवं अस्पताल के लिए जमीन की उपलब्धता नहीं है। इसलिए सेक्टर 22 ई में जमीन चिह्नित है। यह सेक्टर यमुना एक्सप्रेस-वे से बिल्कुल सटा हुआ है। वर्जन..
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य की ओर से ट्रामा सेंटर के साथ 100 बेड के अस्पताल का प्रस्ताव मिला है। इसके लिए जमीन मांगी गई है। सेक्टर 22 ई में जमीन देने का प्रस्ताव दिया गया है।
-डॉ.अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना प्राधिकरण