कृषक आरक्षित आवासीय भूखंड योजना 2011 से वारिसान लापता
जागरण संवाददाता नोएडा नोएडा प्राधिकरण की कृषक आरक्षित आवासीय भूखंड योजना 2011 की हाल ही में जारी पात्र आवेदकों की सूची में वारिसानों के नाम न आने से ग्रामीण नाराज है।
जागरण संवाददाता, नोएडा : नोएडा प्राधिकरण की कृषक आरक्षित आवासीय भूखंड योजना 2011 की हाल ही में जारी पात्र आवेदकों की सूची में वारिसानों के नाम न आने से ग्रामीण नाराज है। परेशान ग्रामीण प्राधिकरण कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा। आरोप है कि नोएडा प्राधिकरण इस योजना के ड्रा में 2011 के बाद के वारिसानों को शामिल नहीं कर रहा है। यह बात भारतीय किसान परिषद समिति अध्यक्ष सुखवीर खलीफा ने कही।
उन्होंने कहा कि नोएडा प्राधिकरण ने वर्ष 2011 में कृषक आरक्षित आवासीय भूखंड योजना निकाली थी। इसमें उन किसानों को भूखंड देने हैं, जिनकी भूमि नोएडा प्राधिकरण ने वर्ष 1976 में अधिगृहीत की थी। किसान कोटे के भूखंडों की योजना पिछले करीब नौ वर्षो से किसी न किसी वजह से लटकती चली आ रही है। नोएडा प्राधिकरण इस योजना के आवेदकों की सूची जारी कर चुका है, पर अभी तक इस योजना का ड्रा नहीं हो सका है। नोएडा प्राधिकरण ने करीब 15 दिन पूर्व एक बार फिर कृषक आरक्षित आवासीय भूखंड योजना के पात्र आवेदकों की सूची जारी की है। इस सूची मे कई ऐसे आवेदक हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है और उनके वारिसानों के नाम इस सूची में सम्मिलित नहीं किए गए हैं।
उधर, इस संबंध में जब अधिकारियों से बात की गई, तो उनका कहना था कि इस योजना में 2011 के बाद के वारिसानों को सम्मिलित नहीं किया जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण द्वारा किसानों के लिए पूर्व में निकाली गई आरक्षित भूखंड योजनाओं में वारिसानों को भूखंड आवंटित किए गए हैं। ऐसे में 2011 के बाद के वारिसानों को योजना में सम्मिलित न करना उनके अधिकारों का हनन है।
वहीं इस संबंध में कई ग्रामीणों ने आरटीआई डालकर भी नोएडा प्राधिकरण से जवाब मांगा है, लेकिन जवाब नहीं मिलने पर कई किसान नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। शुक्रवार को बाजितपुर गांव में किसान पंचायत हुई। इसकी अध्यक्षता किन्नी यादव व संचालन नरेंद्र यादव ने किया। इसमें प्राधिकरण कार्यालय पर 21 दिसंबर को एक दिन के लिए चेतावनी धरना-प्रदर्शन करने पर सहमति बनी। बैठक में प्राधिकरण को आगाह किया गया कि किसानों की समस्याओं का समाधान समय से करें, अन्यथा किसान अपनी हक के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस मौके पर सुला यादव, राजेश यादव, हीरालाल यादव, जग्गी राम भरोसे, महेश यादव, सुरेंद्र चौधरी, विनोद यादव, धीरज यादव, धर्मेंद्र यादव, श्याम यादव, बंटा, टिकू, राहुल, सौरव, लवी, कपिल मक्कड़ आदि किसान मौजूद थे।