एक झलक पाने को तरसे ग्रामीण, हाथ लगी निराशा
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा गृहमंत्री अमित शाह की एक झलक पाने के लिए तुगलपुर गांव में सुबह से ही ग्रामीणों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। आसपास के गांवों से ग्रामीण गृहमंत्री की एक झलक पाने के लिए पहुंचे। हालांकि ग्रामीणों को निराशा हाथ लगी।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : गृहमंत्री अमित शाह की एक झलक पाने के लिए तुगलपुर गांव में सुबह से ही ग्रामीणों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। आसपास के गांवों से ग्रामीण गृहमंत्री की एक झलक पाने के लिए पहुंचे। हालांकि ग्रामीणों को निराशा हाथ लगी। भगवा ध्वज लहराते कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा समर्थक और उन्हें नियंत्रित करने में पुलिस टीम भी इस ठंडी में पसीने से तर-बतर दिखी। गृहमंत्री का काफिला जैसे ही गांव पहुंचा, उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ ने घेर लिया। हाथ हिलाते गृहमंत्री को कैमरों में कैद करने की पार्टी कार्यकर्ताओं में मानों होड़ लग गई। जैसे ही गृहमंत्री ने गांव की एक गली में जनसंपर्क के लिए प्रवेश किया, ग्रामीण घरों के बाहर फूल-माला पहनाने और गुलदस्ता भेंट करने के लिए आ खड़े हुए। हालांकि गली में भीड़ इतनी बढ़ गई कि गृहमंत्री किसी भी ग्रामीण से बात नहीं कर सके। नियमों की उड़ीं धज्जियां : गृहमंत्री अमित शाह जैसे ही तुगलपुर गांव पहुंचे, उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। सड़कों पर जनसैलाब ऐसा उमड़ा कि न केवल कोरोना संक्रमण को लेकर लागू नियमों की धज्जियां उड़ीं, बल्कि निर्वाचन आयोग के नियम भी तार-तार होते दिखे। ऐसा तब था जब भाजपा हाईकमान का सीधा निर्देश था कि आयोजन स्थल पर केवल वे ही कार्यकर्ता पहुंचेंगे, जिन्हें जिम्मेदारी दी गई है। वहीं अचानक भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगने लगा। इससे अव्यवस्था फैल गई।
हो सकता था बड़ा हादसा : गृहमंत्री की एक झलक पाने को ग्रामीण अपने घरों की छत पर खड़े हो गए। इनमें दर्जनों बच्चे भी थे। गांव की गली में अमित शाह जनसंपर्क करने पहुंचे, तो शायद ही कोई घर ऐसा हो, जहां छतों पर लोगों की भीड़ न जुटी हो। ये तो संयोग ही था कि कोई अनहोनी नहीं हुई, अन्यथा कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। बदली दिखी गांव की सूरत : गृहमंत्री के आगमन पर गांव की सूरत बदली दिखी। साफ-सफाई का विशेष ध्यान था। सुबह से ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सफाईकर्मी सफाई कार्य में जुटे थे। गृहमंत्री के जनसंपर्क अभियान के चलते पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिगत बाजार को भी बंद करा दिया। तुगलपुर गांव की सड़कें अतिक्रमणमुक्त दिखीं। ग्रामीण खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि काश गृहमंत्री रोज आते तो कम से कम गांव में व्यवस्थाएं तो दुरुस्त रहतीं।