ड्राई फ्रूट ठगी के मामले में वांछित दो आरोपित गिरफ्तार
जागरण संवाददाता नोएडा नोएडा में ड्राई फ्रूट कंपनी बना करोड़ों रुपये की ठगी मामले क
जागरण संवाददाता, नोएडा :
नोएडा में ड्राई फ्रूट कंपनी बना करोड़ों रुपये की ठगी मामले के पर्दाफाश के बाद वांछित आरोपितों ने महज चार दिन बाद ही हरियाणा के गुरुग्राम में नई ड्राई फ्रूट कंपनी खोल लोगों से ठगी करनी शुरू कर दी थी। जानकारी होने पर सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने मामले में पंजाब के संगरुर निवासी आकाश दीप शर्मा उर्फ हैरी व गुरुग्राम निवासी पंकज प्रकाश को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 16 पैकेट चावल, एक पैकेट दाल, एक पैकेट दाल मसूर, एक पैकेट कसूरी मेथी, पांच पैकेट मसाले, एक लैपटाप व दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि 11 जनवरी को ड्राई फ्रूट ठगी का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मास्टर माइंड मोहित गोयल समेत अन्य को गिरफ्तार किया था। मोहित ने एक के बाद एक पांच फर्जी कंपनियों के जरिये हजारों लोगों से ठगी की थी। जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपितों ने मोहित गोयल की गिरफ्तारी के चार दिन बाद यानी 15 जनवरी 2021 में गुरुग्राम में साई एग्रो फूड इंपेक्स नाम से एक कंपनी बना ली। यहां से ड्राई फूट खरीदने के नाम पर ठगी का प्रयास करने लगे। दुबई ड्राई फ्रूट कंपनी में ठगी के शिकार एक व्यापारी ने पुलिस को यह सूचना दी थी। जिसके बाद आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया है कि आरोपितों ने यहां से करीब 12 लोगों से ठगी की है।
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गुरुग्राम में हुआ ठगी के आरोपितों से परिचय : एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आकाश व पंकज ने वर्ष-2019 में राजीव सिंह के माध्यम से मोहित गोयल की गुरुग्राम में स्थापित श्याम ट्रेडिग कंपनी में नौकरी की थी। आरोपित बतौर परचेज एक्जीक्यूटिव के पद थे। उन्हें 35 हजार मासिक वेतन के साथ पांच फीसद कमीशन मिलता था। यहीं उनकी मुलाकात ड्राई फ्रूट ठगी मामले में आरोपित मोहित गोयल, प्रदीप निर्वाण, प्रमेंद्र जैन, राजीव उर्फ मुर्सफिल, सुमित यादव, साहिल यादव, कुलदीप, नीतिन, हिमांशु, मनोज कादियान से हुई थी। पंजाब का होने के कारण आकाश पंजाब के व्यापारियों के साथ ज्यादा बातचीत करता था। उन्हें कंपनी में सामान बेचने के लिए तैयार करता था। जालंधर में मुकदमा दर्ज होने के बाद हुआ फरार : दिसंबर-2019 में गुरुग्राम स्थित कंपनी के बाहर व्यापारी ने पैसा नहीं मिलने पर जहर खा लिया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद आरोपित कंपनी बंद कर फरार हो गए थे। फरवरी-2020 में राजीव ने उसे बताया कि नोएडा में आयुर्वेदिक कमोडिटीज नाम से फर्जी कंपनी खोली है। यहां भी आरोपितों के साथ मिल धोखाधड़ी की। जून-2020 में नोएडा में दुबई ड्राई फ्रूट नाम से फर्जी कंपनी खोली थी। यहां उसकी मुलाकात आरोपित ओमप्रकाश जांगीड़, प्रदीप सिंह, नायरा, सुमिता नेगी, सीरव उर्फ सम्राट, नीतिश, कुलदीप, उज्ज्वल डे, अमरजीत बतौर, सालनी, सुरेंद्र, सत्तन यादव, रुपेश ठाकुर से हुई थी। लेकिन पंजाब के जालंधर में मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार हो गया था।