Move to Jagran APP

आइआरटीई से ट्रैफिक मैनेजमेंट सीखेंगे यातायात सिपाही

आइआरटीई के ट्रैफिक एक्सपर्ट यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के तरीके बताएंगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Aug 2020 09:15 PM (IST)Updated: Mon, 24 Aug 2020 09:15 PM (IST)
आइआरटीई से ट्रैफिक मैनेजमेंट सीखेंगे यातायात सिपाही
आइआरटीई से ट्रैफिक मैनेजमेंट सीखेंगे यातायात सिपाही

जागरण संवाददाता, नोएडा : शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए यातायात विभाग की ओर से लगातार नए कदम उठाए जा रहे हैं। इस क्रम में यातायात सिपाहियों को ट्रैफिक मैनेजमेंट के साथ ही मोटर वाहन अधिनियम से अवगत कराने के लिए हरियाणा के फरीदाबाद स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन (आइआरटीई) की मदद ली जाएगी। आइआरटीई के ट्रैफिक एक्सपर्ट यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के तरीके बताएंगे।

loksabha election banner

डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि विशेषज्ञों के साथ मिलकर सड़क हादसों में कमी लाने की योजना भी बनाई जाएगी। जिले में हादसों की संख्या घटाने की दिशा में यह करार अहम कदम साबित होगा। यातायात पुलिसकर्मी ई-चालान करते समय मोटर वाहन अधिनियम का पालन करेंगे। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रमुख चौराहों व बाजारों में लगने वाले जाम को खत्म कराने के तरीके भी बताए जाएंगे। यह कार्यशाला सेक्टर-108 स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय में सितंबर के पहले सप्ताह आयोजित होगी। कार्यशाला में थानों में तैनात पुलिस उप निरीक्षकों को भी बुलाया जाएगा। सेक्टर-27 अट्टा मार्केट का किया निरीक्षण :

सेक्टर-27 स्थित अट्टा मार्केट व उसके आसपास के क्षेत्र का डीसीपी ट्रैफिक ने सोमवार को निरीक्षण किया। उनके साथ सेक्टर-20 कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार सिंह व जोन के यातायात निरीक्षक रविद्र वशिष्ठ भी मौजूद रहे। डीसीपी ने संबंधित अधिकारियों से अट्टा मार्केट से रेहड़ी पटरी हटाने व अवैध पार्किंग पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सड़क पर वाहन खड़े करने वालों के चालान के निर्देश दिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.