होम आइसोलेट में बढ़ी लापरवाही से पूरा परिवार हो रहा संक्रमित
जागरण संवाददाता नोएडा गंभीर कोरोना मरीजों को समय पर इलाज मिलने में परेशानी न हो इसे
जागरण संवाददाता, नोएडा :
गंभीर कोरोना मरीजों को समय पर इलाज मिलने में परेशानी न हो इसे देखते ही बिना लक्षण मरीजों को होम आइसोलेट किया जा रहा है, लेकिन होम आइसोलेशन में रहने के दौरान संक्रमित लापरवाही बरत रहे हैं। इससे न सिर्फ परिवार के दूसरे लोग संक्रमित हो रहे है बल्कि होम आइसोलेट संक्रमित को कोविड अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा है।
वर्तमान में 540 लोग होम आइसोलेशन में है। लेकिन कई मरीज घरों में रहने के दौरान लापरवाही बरत रहे हैं। मंगलवार को भी होम आइसोलेट दो संक्रमित को कोविड अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। यह स्थिति 15 दिन से जारी है। होम आइसोलेशन के नोडल अधिकारी डॉ. ललित ने बताया कि अधिकांश संक्रमित 10 दिन बाद ठीक हो जाते हैं लेकिन उन्हें सात दिन क्वारंटाइन रहने के बाद ही नेगेटिव माना जाता है। कुछ संक्रमितों में वायरस कई दिन तक बना रह सकता है। ऐसे लोग संक्रमण फैला सकते हैं। इसलिए संक्रमित को सार्वजनिक जीवन में लौटने से पूर्व एक बार जांच जरूर करा लेनी चाहिए। होम आइसोलेट मरीज को एक अलग कमरे में घर के सभी सदस्यों से दूर रहना होता है। हर समय ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी है। हर आठ घंटे के बाद मास्क को बदलना चाहिए। नियमित रूप से मरीज को शरीर का तापमान चेक करना चाहिए। अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए लिक्विड ड्रिक लेनी चाहिए। अगर सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो तुरंत कोविड-19 मेडिकल हेल्प मदद लेनी चाहिए। एक व्यक्ति से पूरा परिवार हो रहा संक्रमित:
इन दिनों ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। जिनके परिवार में कोई एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिलने पर होम आइसोलेट रहा। इसके संपर्क में आकर परिवार के दूसरे लोग जांच के दौरान संक्रमित मिले।