घर के बने अचार की खुशबू से महकेगा बाजार
अजब सिंह भाटी ग्रेटर नोएडा आपदा को अवसर में कैसे बदला जाता है यह महिला आपदा राहत दल
अजब सिंह भाटी, ग्रेटर नोएडा
आपदा को अवसर में कैसे बदला जाता है, यह महिला आपदा राहत दल से सीखने की जरूरत है। कोरोना संकट की घड़ी में गरीब व असहाय लोगों की मदद के लिए गठित गृहणियों के समूह ने अब अचार का कारोबार कर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाया है। गृहणियों की ओर से घर पर तैयार अचार जल्द ही बाजार पहुंचेगा। परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ आत्मनिर्भर बनने की दिशा में समूह की महिलाएं घर पर अचार तैयार कर रही हैं। समाजसेविका व महिला आपदा राहत दल का नेतृत्व करने वाली अंजू पुंडीर के मुताबिक, महिलाओं ने उनके साथ मिलकर अचार को रोजगार का जरिया बना लिया है। विभिन्न सेक्टरों में रहने वाली महिलाएं घर पर अचार तैयार कर रही हैं। एक किलो अचार की कीमत 170 रुपये रखी गई है, जबकि बाजार में इसका खुदरा मूल्य 200 रुपये किलो है। ऐसे हुई शुरुआत
कोरोना आपदा के दौरान 21 मार्च को लॉकडाउन हो गया, इसके बाद गरीब व असहाय लोगों की मदद को प्राधिकरण-प्रशासन के साथ समाजसेवी भी आगे आ गए। इन्हीं मददगारों में समाजसेविका अंजू पुंडीर के नेतृत्व में सेक्टर की गृहणी भी मदद को आगे आई। घर पर खाना तैयार कर महिलाओं ने गरीब व जरूरतमंदों को बांटा। धीरे-धीरे मदद को गृहणियों का कारवां बढ़ने लगा। अंजू पुंडीर ने बताया कि लॉकडाउन खुला तो उन्हें महिलाओं को स्वावलंबी बनने का आइडिया आया। करीब आधा दर्जन महिलाएं अचार तैयार कर रही हैं। महिलाओं में अचार बनाने का हुनर पहले से था। इसलिए काम शुरू करते ही सफलता भी मिलने लगी है। लोग अचार को खूब पसंद कर रहे हैं। अचार की मांग बढ़ने लगी है। आम के अलावा मिर्च, आंवला, लहसुन, कटहल आदि का अचार महिलाएं रसोई में तैयार कर रही हैं।