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चौथे दिन भी मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं, पुलिस रिमांड पर युवती से पूछताछ शुरू

केन्द्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा का स्टिग कर दो करोड़ वसूलने की कोशिश मामले में गिरफ्तार युवती को सात दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस रिमांड के पहले दिन बृहस्पतिवार दोपहर करीब 11 बजे से पूछताछ शुरू हुई। हालांकि पहले दिन कुछ ऐसी जानकारी नहीं मिली जिससे जांच आगे बढ़ सके। वहीं अबतक की पूछताछ में फरार आरोपितों के अन्य ठिकानों के संबंध में कुछ जानकारी नहीं मिली है। हालांकि सूत्रों के अनुसार पूछताछ में युवती ने गैंग से जुड़े कुछ अन्य लोगों के संबंध में जानकारी दी है लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस का कहना है कि रिमांड के पहले दिन काफी कम पूछताछ हो सकी है। इसकी वजह से ही कुछ ठोस जानकारी निकल कर सामने नही आई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 09:37 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 09:37 PM (IST)
चौथे दिन भी मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं, पुलिस रिमांड पर युवती से पूछताछ शुरू
चौथे दिन भी मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं, पुलिस रिमांड पर युवती से पूछताछ शुरू

जागरण संवाददाता, नोएडा : केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा का स्टिग कर दो करोड़ वसूलने की कोशिश के मामले में गिरफ्तार युवती को सात दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस रिमांड के पहले दिन बृहस्पतिवार दोपहर करीब 11 बजे से पूछताछ शुरू हुई। हालांकि पहले दिन कुछ ऐसी जानकारी नहीं मिली, जिससे जांच आगे बढ़ सके। वहीं अब तक की पूछताछ में फरार आरोपितों के अन्य ठिकानों के संबंध में कुछ जानकारी नहीं मिली है। हालांकि सूत्रों के अनुसार पूछताछ में युवती ने गैंग से जुड़े कुछ अन्य लोगों के संबंध में जानकारी दी है, लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस का कहना है कि रिमांड के पहले दिन काफी कम पूछताछ हो सकी है। इसकी वजह से ही कुछ ठोस जानकारी निकल कर सामने नही आई है। शुक्रवार से पुलिस टीम कई विदुओं पर उससे विस्तृत पूछताछ करेगी।

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उधर, स्टिग कर ब्लैकमेलिग के इस हाईप्रोफाइल मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपित प्रतिनिधि चैनल का मालिक आलोक कुमार, एक निजी न्यूज चैनल का पूर्व कर्मचारी खालिद व गैंग में शामिल एक अन्य युवती के संबंध में चौथे दिन भी पुलिस कुछ ठोस जानकारी नहीं जुटा सकी। मोबाइल सर्विलांस से मदद नहीं मिलने की वजह से पुलिस को इन तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें लगी हुई है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि मुख्य आरोपित आलोक की गिरफ्तारी के बाद ही इस नेटवर्क के संबंध में पूरी जानकारी मिल सकेगी। सेक्टर 134 में बनाया था ठिकाना -

पुलिस जांच में पता लगा है कि सेक्टर 134 स्थित एक सोसायटी में फ्लैट किराए पर ले रखे हैं। गैंग में शामिल जिन दोनों युवतियों के नाम अबतक सामने आए हैं उन दोनों के उस फ्लैट में रहने की जानकारी पुलिस को मिली है। बताया जा रहा है कि सोमवार से ही यह फ्लैट बंद है। पुलिस टीम फ्लैट मालिक से संपर्क करने की कोशिश कर रही है, जिससे पता लगे कि फ्लैट को किसने किराए पर ले रखा था।

यह है मामला -

केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने सोमवार दोपहर डेढ़ बजे एसएसपी वैभव कृष्ण को फोन कर ब्लैकमेल करने की कोशिश की जानकारी दी। एसएसपी तत्काल पुलिस बल के साथ सेक्टर 27 स्थित कैलाश अस्पताल पहुंचे और वहां से पूर्व पत्रकार नीशू की गिरफ्तारी हुई। उसके पास से एक टैब, स्टिग कैमरा व वह लेटर भी मिला जिसके जरिए दो करोड़ रुपये की डिमांड की गई थी। इस दौरान पता लगा कि बंद हो चुके प्रतिनिधि चैनल के मालिक आलोक कुमार 24 मार्च को केंद्रीय मंत्री से एक समाजसेविका के माध्यम से मिला था और बातचीत के दौरान एक वीडियो बना लिया था। उसी वीडियो के आधार पर केन्द्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने की कोशिश में वह लगा था। उसी ने नीशू को पैसे के डिमांड वाला लेटर लेकर केन्द्रीय मंत्री के अस्पताल में भेजा था। इस मामले में केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा के भाई अजय शर्मा की तहरीर पर कोतवाली सेक्टर 20 में आलोक, खालिद, नीशू व अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी।


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