सोती रही डाक्टर, अप्रशिक्षित नर्स ने कराया प्रसव, नवजात की मौत
जिला अस्पताल में डाक्टर की लापरवाही से शनिवार को जन्म के कुछ देर बाद एक नवजात शिशु की मौत हो गई। क्योंकि जब बच्चा पैदा होने वाला था और गर्भवती प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी तब रात्रि ड्यूटी में तैनात महिला डाक्टर सो रही थी। गर्भवती को तड़पता देख अप्रशिक्षित स्टाफ ने प्रसव कराया जिससे बच्ची की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
जिला अस्पताल में डाक्टर की लापरवाही से शनिवार को जन्म के कुछ देर बाद एक नवजात शिशु की मौत हो गई। क्योंकि जब बच्चा पैदा होने वाला था और गर्भवती प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी, तब रात्रि ड्यूटी में तैनात महिला डाक्टर सो रही थी। गर्भवती को तड़पता देख अप्रशिक्षित स्टाफ ने प्रसव कराया, जिससे बच्ची की मौत हो गई।
सेक्टर-44 स्थित छलेरा में रहने वाली गौरव की पत्नी अर्चना (28) को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार रात जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। डाक्टरों ने शनिवार सुबह प्रसव की बात कही थी, लेकिन पूरे दिन प्रसव नहीं कराया गया। शनिवार रात करीब 12 बजे प्रसव पीड़ा बढ़ने पर डाक्टर से विनती की गई तो प्रसव से इन्कार कर दिया गया। आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात स्टाफ सोता रहा। प्रसव पीड़ा को देख यहां मौजूद दो वार्ड नर्स एक हजार रुपये में प्रसव कराने को राजी हो गईं। अप्रशिक्षित स्टाफ द्वारा प्रसव के दौरान पत्नी ने रात 2:28 बजे एक बच्ची को जन्म दिया। समय से इलाज नहीं मिलने के कारण नवजात की मौत हो गई। इस दौरान स्टाफ ने लापरवाही छिपाने के लिए जबरन उनसे हस्ताक्षर कराने चाहे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। विरोध करने पर पुलिस केस की धमकी दी गई। मामले में अबतक हुई कार्रवाई के संबंध जागरण संवाददाता ने सीएमएस डा सुषमा चंद्रा को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। महिला डाक्टर के सोने पर स्टाफ नर्स ने तैयार की रेफर स्लिप
अस्पताल की स्टाफ नर्स सपना सोलंकी, पूजा राठौर और संगीता ने रात्रि ड्यूटी में तैनात डा अजय राणा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए सीएमएस से शिकायत की है। आरोप है कि प्रसव के बाद बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे हायर सेंटर भेजने के लिए रेफर स्लिप पर हस्ताक्षर कराने के लिए डाक्टर को उठाया, तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला और अपने कमरे में सोती रही। किसी तरह स्टाफ खुद ही रेफर स्लिप तैयार करके आनन-फानन में बच्ची को चाइल्ड पीजीआइ रेफर किया। जहां इलाज शुरू होने से पहले उसकी मौत हो गई। इस बात से नाराज स्वजन ने अस्पताल में खूब हंगामा किया। प्रसव के दौरान डाक्टरों की लापरवाही से नवजात की मौत की जानकारी नहीं है। इस संबंध में सीएमएस से जवाब मांगा जाएगा।
-सुहास एलवाई, जिलाधिकारी, गौतमबुद्धनगर स्टाफ नर्स द्वारा जो भी आरोप लगाए गए हैं उसकी जानकारी सीएमएस के समक्ष रखूंगी।
-डा अजय राणा, स्त्री रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल पैसे मांगने के आरोप गलत हैं। बच्ची की मौत के बाद स्वजन ने डाक्टर के कक्ष से बाहर न आने पर हंगामा किया था। इसकी जानकारी सीएमएस को दी गई है।
-पूजा राठौर, स्टाफ नर्स, जिला अस्पताल