ऑपरेशन थियेटर में संदिग्ध परिस्थितियों में टेक्नीशियन की मौत
सेक्टर 12 स्थित जेपी अस्पताल में मृत मिला टेक्नीशियन
जागरण संवाददाता, नोएडा : सेक्टर 128 स्थित जेपी अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में कुर्सी पर ओटी टेक्नीशियन संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पड़े मिले। घटना बुधवार रात करीब साढ़े 12 बजे की है। सूचना पर देर रात करीब साढ़े तीन बजे स्वजन अस्पताल पहुंचे। बृहस्पतिवार सुबह करीब नौ बजे अस्पताल से मेमो मिलने पर एक्सप्रेस वे कोतवाली पुलिस को जानकारी हुई। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच में जुटी है। स्वजन ने साजिश की आशंका जाहिर की है, लेकिन अभी कोई लिखित शिकायत पुलिस को नहीं दी है।
एक्सप्रेस वे पुलिस के अनुसार खोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद निवासी 25 वर्षीय शमशाद सैफी 7 फरवरी 2019 से जेपी अस्पताल में ओटी टेक्नीशियन के पद कार्यरत थे। उन्होंने इसी अस्पताल में करीब छह माह तक इंटर्नशिप भी की थी। शमशाद के मामा उम्रदराज ने बताया कि रात ढाई बजे के बाद अस्पताल की तरफ से सूचना मिली कि शमशाद की तबीयत खराब है व अस्पताल बुलाया गया। रात करीब साढ़े तीन बजे जब वह लोग पहुंचे तो शमशाद का शव प्रथम तल पर स्ट्रेचर पर पड़ा था। अस्पताल प्रबंधन से पता लगा कि शमशाद अचेत अवस्था में चौथे फ्लोर पर ओटी पर कुर्सी पर पड़े मिले हैं। उसके बाद उन्हें बचाने की डॉक्टरों ने कोशिश की लेकिन बचाया नहीं जा सका। उम्रदराज ने बताया कि पता लगा है कि उसके पास एक इंजेक्शन मिला है व उसकी सूई मुड़ी हुई थी। उन्होंने बताया कि बाएं हाथ में ऊपर भी इंजेक्शन के तीन-चार निशान हैं। उन्होंने साजिश की बात कहते हुए आशंका जाहिर की कि किसी ने जहरीला इंजेक्शन दिया है। उधर, अस्पताल प्रबंधन ने अपने जारी बयान में कहा है कि ओटी स्टॉफ मेंबरर्स के मुताबिक वह चार दिनों से किसी से बात नहीं कर रहे थे। चौथी मंजिल पर उन्हें अचेतअवस्था में पाया गया था। डाक्टरों द्वारा इमरजेंसी ट्रीटमेंट दिया गया, लेकिन बचाया नहीं सका।
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सुबह नौ बजे अस्पताल से मिली पुलिस को सूचना
कोतवाली प्रभारी भुवनेश कुमार ने बताया कि सुबह करीब नौ बजे अस्पताल से मेमो के जरिए जानकारी हुई। अस्पताल में एक दर्जन से अधिक ऑपरेशन थियेटर हैं। चौथे फ्लोर पर एक ओटी के अंदर कुर्सी पर शमशाद पड़े मिले थे। किसी प्रकार के इंजेक्शन मिलने की बात अस्पताल प्रबंधन से पता नहीं लगी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारण का पता लग सकेगा। ओटी के अंदर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है, जिससे घटना के संबंध में पता लग सके। बाहर अस्पताल के अन्य हिस्सों में लगे कैमरों के फुटेज को चेक किया जाएगा। परिवार की तरफ से अभी कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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चार बहन व दो भाई थे शमशाद, पिता रेलवे से सेवानिवृत्त -
शमशाद के पिता नासिर सैफी करीब दो वर्ष पहले रेलवे से सेवानिवृत्त हुए थे। परिवार में माता-पिता के अलावा भाई नौशाद व चार बहने हैं। भाई ने बताया कि शमशाद की शिफ्ट बदलती रहती थी। बुधवार को उनकी नाइट शिफ्ट थी। हालांकि वह दोपहर करीब सवा 12 बजे ही घर से निकल गए थे। उन्होंने बताया कि रात करीब साढ़े 11 बजे शमशाद की बहन से अंतिम बार बात हुई थी। उनके मामा उम्रदराज का कहना है कि अस्पताल में काम करने वाली एक युवती से उसकी दोस्ती का पता लगा है। शादी को लेकर भी दबाव बनाने की भी बात आई है। उन्होंने बताया कि शमशाद की मौत मामले में वह लोग रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास गए थे। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आने पर शिकायत देने की बात कही गई है।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक मृत्यु के पीछे के सही कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकती। अपनी नैतिक जिम्मेदारी को निभाते हुए डॉक्टरों ने तुरंत पुलिस व अस्पताल प्रशासन को घटना के बारे में सूचित कर दिया था।
जेपी अस्पताल प्रबंधन, सेक्टर-128