आरओ वाटर के सदुपयोग के लिए बनाया टैंक
घरों में लगे आरओ सिस्टम में पानी के शुद्धिकरण के दौरान करीब
जागरण संवाददाता, नोएडा :
घरों में लगे आरओ सिस्टम में पानी के शुद्धिकरण के दौरान करीब तीन चौथाई पानी बह जाता है। ऐसे में इस पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-39 के प्रधानाचार्य डा. आरके गुप्ता ने एक हाईड्रोलिक सिस्टम तैयार किया है। इसकी मदद से इस पानी को स्टोर कर इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि पांच लोगों के परिवार में औसतन 50 लीटर पानी रोजाना बर्बाद होता है। नोएडा में ज्यादातर घरों में आरओ सिस्टम का इस्तेमाल होता है। ऐसे में हर रोज बड़ी मात्रा में पानी बर्बाद हो जाता है। ऐसे में हाईड्रोलिक प्रणाली का इस्तेमाल कर बड़ी मात्रा में पानी की बचत की जा सकती है। उन्होंने बताया कि इसमें केवल एक टैंक को आरओ सिस्टम से जोड़ना होगा। उसके बाद पानी उसमें जमा होता रहेगा। टैंक से एक नल जोड़ा जाएगा। उससे इस पानी का प्रयोग हो सकेगा। आरओ से बहने वाला पानी पहने योग्य नहीं होता है। इसका इस्तेमाल पीने या खाना बनाने के लिए नहीं कर सकते हैं, लेकिन बर्तन धुलने और किचन गार्डन में इसका प्रयोग किया जा सकता है। खारा पानी तेलीय बर्तन धोने के लिए अच्छा होता है। इसका खर्च भी बहुत कम है। केवल लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। ऐसे में अगर नोएडा में भी लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाता है तो शहर में बड़ी मात्रा में जल की बचत होगी और गिरते भू-जल स्तर को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। दूसरे सिविक संस्थानों को भी यह प्रस्ताव भेजा जाएगा।