ड्राई फूट के नाम पर धोखाधड़ी की सात और शिकायतें मिलीं
जागरण संवाददाता नोएडा डाई फ्रूट की कंपनी बनाकर धोखाधड़ी करने के मामले में नोएडा प
जागरण संवाददाता, नोएडा : डाई फ्रूट की कंपनी बनाकर धोखाधड़ी करने के मामले में नोएडा पुलिस को मंगलवार को सात और शिकायतें मिली हैं। अब नोएडा पुलिस के पास 17 शिकायतें हो गई हैं। इन सभी की जांच शुरू कर दी गई है। लगातार मिल रही शिकायतों की जांच के लिए चार सहायक विवेचकों को भी तैनात किया गया है। मुख्य आरोपित मोहित गोयल सहित एक और आरोपित के अब तक 10 बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली है। इन सभी की डिटेल खंगालनी शुरू कर दी है। वहीं इस मामले में फरार चल रहे आठ आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए अलग से एक टीम का गठन किया गया है, जो दिल्ली एनसीआर में लगातार छापेमारी कर रही है।
बता दें कि ड्राई फूट कंपनी बनाकर देशभर के सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठगने के मामले में नोएडा पुलिस ने मोहित गोयल और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। जहां से सोमवार को उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इससे पहले मोहित गोयल ने लोगों को ठगने के लिए रिगिग बेल कंपनी बनाकर 251 रुपये में मोबाइल देने का झांसा देकर लाखों लोगों से ठगी की थी। आरोपित मोहित गोयल ने सेक्टर-62 के कोरेंथम टावर में दुबई ड्राई फ्रूट एंड स्पाइसेज हब नाम से एक कंपनी खोली थी। गिरफ्तार आरोपित ओमप्रकाश जांगीड निवासी जयपुर (राजस्थान) कंपनी में एमडी और मोहित गोयल कंपनी में प्रोमोटर था। दोनों अपने साथियों के साथ देशभर के अलग-अलग फर्मों से संपर्क कर उनसे ड्राई फ्रूट, दाल, तेल, मसाले व दूसरे दैनिक उपयोग की वस्तु को खरीदते थे। फर्म संचालकों का विश्वास जीतने के लिए उन्हें 40 फीसद राशि एडवांस के रूप में दे देते थे। वहीं 60 फीसद पैसे माल डिलीवरी के बाद देने की बात कही जाती। झांसे में आए लोग आरोपितों को ड्राई फूट की आपूर्ति कर देते, लेकिन जब पीड़ित आरोपित द्वारा दिए गए चेक का भुगतान कराने के लिए बैंक जाते तो चेक बाउंस हो जाती। पीड़ित द्वारा रुपये मांगने पर उन्हें धमकी दी जाती, साथ ही फर्जी केस भी दर्ज कराया जाता।
एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि सोमवार तक 10 शिकायतें मिली थीं, मंगलवार को भी सात और शिकायतें मिली हैं। अब तक आरोपितों के जितने भी बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली है, उन सभी की डिटेल खंगालने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा आरोपितों की विभिन्न कंपनियों के खातों की भी जांच शुरू कर दी गई है।