स्कूलों ने दिखाईं कम सीटें, लाटरी से बाहर हुए छात्र
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत सत्र 2021-22 के पहले चरण की प्रवेश प्रक्रिया में सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने लाटरी निकाली।
सुनाक्षी गुप्ता, नोएडा
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत सत्र 2021-22 के पहले चरण की प्रवेश प्रक्रिया में सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने लाटरी निकाली। इस बार आरटीई प्रवेश में चल रहीं गड़बड़ियों का खामियाजा उन्हें उठाना पड़ा है जिनके फार्म गलत सत्यापन के कारण अस्वीकृत कर दिए गए थे। ऐसे में परेशान अभिभावक सोमवार को सेक्टर-19 स्थित सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और युवा क्रांति सेना के बैनर तले ज्ञापन सौंपा। 1400 से अधिक आवेदन निरस्त होने पर अभिभावक मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे हैं। आवेदन पत्र में लिखा, नहीं बचीं स्कूलों पर सीटें
लाटरी में उन स्कूलों को लाभ मिला है जो इस सत्र में आरटीई पोर्टल पर कम सीटें दिखा रहे हैं। स्कूलों ने पिछले साल के मुकाबले 80 फीसद कम सीटें दिखाईं हैं, इसलिए लाटरी में अभिभावकों को स्कूल ही नहीं मिले और प्रवेश पाने का उनका मौका भी खत्म हो गया। इस समस्या को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था, जिसमें जिक्र भी किया गया था कि स्कूलों द्वारा कम सीट दर्शाने से छात्रों को भारी नुकसान होगा। दोबारा सत्यापित होने के बाद भी नहीं मिला लाभ
युवा क्रांति सेना के महासचिव अविनाश सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग ने करीब 600 आवेदन पत्र लंबी दूरी के कारण निरस्त कर दिए थे, जब गड़बड़ी का पता लगा तो उन्हें दोबारा सत्यापित किया गया। आवेदन पत्रों को निरस्त से स्वीकृत की सूची में डाल दिया गया, लेकिन उन्हें कोई स्कूल आवंटित नहीं किया। ऐसे में विभाग की लापरवाही के कारण छात्र लाटरी की प्रक्रिया से बाहर हो गए। जिन स्कूलों ने कम सीटें दर्शाई हैं, उन्हें नोटिस भेजते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अस्वीकृत आवेदन पत्रों को दोबारा सत्यापित कर स्वीकृत किया गया। उन आवेदन पत्रों को निरस्त किया गया है, जिन्होंने एक मोबाइल नंबर से कई बार आवेदन किए हैं।
- संजय उपाध्याय, बेसिक शिक्षा अधिकारी (कार्यवाहक), गौतमबुद्ध नगर