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सीबीएसई की स्कोरिग पैटर्न से खुश दिखे स्कूल, बढ़ी टॉपर्स की संख्या

जागरण संवाददाता नोएडा सीबीएसई की ओर से सोमवार को घोषित हुए 12वीं के परीक्षा परिणाम

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 12:23 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:06 AM (IST)
सीबीएसई की स्कोरिग पैटर्न से खुश दिखे स्कूल, बढ़ी टॉपर्स की संख्या
सीबीएसई की स्कोरिग पैटर्न से खुश दिखे स्कूल, बढ़ी टॉपर्स की संख्या

जागरण संवाददाता, नोएडा : सीबीएसई की ओर से सोमवार को घोषित हुए 12वीं के परीक्षा परिणाम में जिले के करीब 80 फीसद स्कूलों का शत प्रतिशत रिजल्ट आया। वहीं इस साल 95 फीसद से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

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कोरोना संकटकाल के चलते 12वीं कक्षा की मुख्य चार विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं हो पाई थीं, इसके लिए परीक्षार्थियों को औसत अंक दिए गए थे। इसको लेकर स्कूलों, शिक्षकों और विद्यार्थियों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। यह औसत विद्यार्थियों के लिए यह परिणाम बहुत अच्छा रहा। कई टॉपर विद्यार्थियों को उम्मीद थी कि परीक्षा देकर वह और अच्छे अंक ला सकते थे।

कोठारी इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य मंजू गुप्ता ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार का परिणाम ज्यादा अच्छा रहा। इस साल स्कूल की टॉपर ने 98.6 फीसद अंक हासिल किए हैं, पिछले साल स्कूल टॉपर 96.6 फीसद रहे थे। वहीं स्कूल में 95 से अधिक फीसद लाने वाले 17 विद्यार्थी हैं, पिछले साल के मुकाबले इसमें इजाफा हुआ है।

माडर्न पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य नीरज कुमार टंडन ने बताया कि स्कूल का 100 फीसद परिणाम रहा। बच्चे भी अपने रिजल्ट से खुश हैं, कोरोना जैसी मुश्किल घड़ी में बोर्ड ने जो परिणाम निकाला, वह सभी को खुशी के साथ मंजूर है। स्ट्रीम वाइस देखा जाए तो साइंस के बच्चों का कंप्यूटर छोड़ बाकी सभी मुख्य परीक्षाएं हो चुकी थीं, इसलिए उन पर इसका ज्यादा असर नहीं था। आ‌र्ट्स और कॉमर्स में भूगोल व बिजनेस स्टडीज जैसे मुख्य विषय में औसत अंक मिले हैं, वह संतोषजनक है। स्कूल में 90 से अधिक अंक लाने वालों की संख्या बढ़ी है। न्यू पैटर्न टॉपर्स के लिए बना स्कोरिग

इस साल सीबीएसई की ओर से 20 नंबर के 20 बहुविकल्पीय सवाल पैटर्न में शामिल किए गए थे। इस तरह का प्रयोग सीबीएसई ने देशभर के प्रयोगात्मक परीक्षाओं के पैटर्न को देखते हुए पहली बार किया था। जब परिणाम घोषित हुए तो इसपर भी बच्चों की अलग-अलग प्रतिक्रिया रही। कैंब्रिज स्कूल की साइंस की शिक्षिका अर्पिता पॉल ने बताया कि नए पैटर्न से खासकर उन बच्चों को फायदा मिला, जिन्होंने पूरा सिलेबस गंभीरता से पढ़ा था, क्योंकि एक नंबर के सवाल बहुत आसान नहीं होते हैं। इससे बच्चों के 100 फीसदी नंबर लाने की संभावना भी बढ़ जाती है। मूल्यांकन में नए पैटर्न का फायदा होशियार बच्चों को जरूर मिला है। 96 फीसद अंक लाने वाले छात्र शिलिन सिंह बताते हैं कि सीबीएसई के नए पैटर्न से उन्हें स्कोरिग में फायदा हुआ। भूगोल विषय में मिले औसत अंकों से भी संतुष्ट हैं। इसकी परीक्षा कोरोना के कारण रदद हो गई थी। नोएडा रीजन में 10.15 फीसद परीक्षार्थी देंगे कंपार्टमेंट

नोएडा रीजन के अंतर्गत आने वाले 18 जिलों से इस साल 94333 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 93107 ने परीक्षा दी थी। जिसमें से कुल 9454 परीक्षार्थियों की कंपार्टमेंट आई है और वह दोबारा परीक्षा देंगे। इस प्रकार नोएडा रीजन के कुल 10.15 फीसद परीक्षार्थी कंपार्टमेंट देंगे।


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