डिजिटल प्लेटफार्म पर सरपट दौड़ पड़ी प्रचार एक्सप्रेस
रवि प्रकाश सिंह रैकवार नोएडा कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए चुनाव आयोग ने चुनावी रैलियों नुक्कड़ सभाओं साइकिल और बाइक रैली व पद यात्राओं पर रोक लगा दी है। ऐसे में डिजिटल और वर्चुअल प्रचार पार्टियों के लिए सबसे आसान तरीका बन गया है।
रवि प्रकाश सिंह रैकवार, नोएडा :
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए चुनाव आयोग ने चुनावी रैलियों, नुक्कड़ सभाओं, साइकिल और बाइक रैली व पद यात्राओं पर रोक लगा दी है। ऐसे में डिजिटल और वर्चुअल प्रचार पार्टियों के लिए सबसे आसान तरीका बन गया है। तारीखों की घोषणा होते ही सभी पार्टियों के कार्यकर्ता अपनी पार्टी की नीति और स्थानीय भावी प्रत्याशियों का बखान करने में जुट गए हैं। इंटरनेट मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर युवा चुनाव को लेकर काफी सक्रिय हैं। चुनावी समर में सभी पार्टियों से जुड़े छात्र संगठन भी कूद पड़े हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, समाजवादी छात्र सभा, एनएसयूआई और आइसा सहित अलग-अलग पार्टियों से जुड़े छात्र संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता डिजिटल और वर्चुअल प्लेटफार्म पर अचानक से सक्रिय हो उठे हैं। गौतमबुद्धनगर की तीनों विधानसभा नोएडा, दादरी और जेवर की सीटों पर 14 जनवरी से नामांकन प्रारंभ हो जाएगा। तीनों ही सीटों पर संभावित उम्मीदवारों ने इंटरनेट मीडिया पर पूरी ताकत झोंक दी है। युवा कार्यकर्ताओं ने भावी प्रत्याशियों के प्रचार का जिम्मा संभाल लिया है। ट्विटर पर जहां खास वर्ग को रिझाने की कोशिश हो रही है वहीं फेसबुक और व्हाट्सएप सहित अन्य डिजिटल प्लेटफार्म पर आम लोगों से भी जुड़ने का प्रयास किया जा रहा है। आइटी सेल की चांदी : दशकों पहले पदयात्रा और रैली ही प्रचार का बड़ा साधन मानी जाती थी, लेकिन अब इंटरनेट मीडिया प्रचार का प्रमुख हथियार बन कर उभरा है। पत्रकारिता का हब होने के कारण नोएडा में इंटरनेट मीडिया हैंडलिग का काम करने वाली सैकड़ों एजेंसी हैं। तारीख की घोषणा होते ही इंटरनेट मीडिया हैंडलिग का काम देखने वालों लोगों के फोन की घंटियां लगातार घनघना रही हैं। पार्टी से लेकर व्यक्तिगत प्रत्याशियों ने ऐसे लोगों की तलाश प्रारंभ कर दी है जो इंटरनेट मीडिया पर उनका गुणगान कर सकें।