कॉमर्शियल उपयोग के लिए बढ़ी बिजली चोरी
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा शहर में पानी की मांग पूरी करने के लिए गांवों में धड़ल्ले से आरओ प्लांट का संचालन किया जा रहा है। इन प्लांट में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : शहर में पानी की मांग पूरी करने के लिए गांवों में धड़ल्ले से आरओ प्लांट का संचालन किया जा रहा है। इन प्लांट में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की जा रही है। इसके चलते नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड एनपीसीएल को हर माह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। कंपनी ने गांवों में कॉमर्शियल उपयोग में होने वाली बिजली चोरी को पकड़ने के लिए रणनीति में बदलाव किया है।
सेक्टरों में बोतलबंद पानी की मांग लगातार बढ़ रही है। इससे गांवों में आरओ प्लांट का कारोबार फल-फूल रहा है। सुबह से सेक्टरों में पानी की बोतलों की सप्लाई शुरू हो जाती है, लेकिन गांवों में बढ़ रहे आरओ प्लांट की वजह से बिजली चोरी भी बढ़ी है। गांवों में चल रहे अधिकतर आरओ प्लांट चोरी की बिजली से चल रहे हैं। शाम होते ही बिजली की लाइन में कटिया का जाल फैलने लगता है और रातभर बिजली चोरी होती है। सुबह होते-होते कटिया गायब हो जाती हैं। एनपीसीएल ने पिछले कुछ दिनों में शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्र में कई जगह बिजली चोरी पकड़ी है। तुगलपुर, कुलेसरा, सूरजपुर, कासना, खानपुर, श्योराजपुर आदि गांवों में आरओ प्लांट चोरी की बिजली से चलते मिले हैं। रात में हो रही बिजली चोरी को देखते हुए एनपीसीएल ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है। दिन की बजाय कंपनी की टीम रात में उन परिसर को चिह्नित कर रही है, जहां कॉमर्शियल उपयोग के लिए बिजली चोरी हो रही है। दिन में उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। गांवों में कॉमर्शियल उपयोग के लिए बिजली चोरी लगातार बढ़ रही है। कई जगहों पर आरओ प्लांट में बिजली चोरी पकड़ी गई है। बिजली चोरी करने वालों को चिह्नित करने के लिए रात में टीमें गांवों में घूम रही हैं।
-सारनाथ गांगुली, वीपी एनपीसीएल