विश्व सेरीब्रल पाल्सी दिवस पर ऑनलाइन वेबिनार
जागरण संवाददाता नोएडा सेक्टर-125 स्थित एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ रिहैबिलिटेशन साइंसेज क
जागरण संवाददाता, नोएडा :
सेक्टर-125 स्थित एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ रिहैबिलिटेशन साइंसेज की ओर से विश्व सेरीब्रल पाल्सी दिवस पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों को सेरीब्रल पाल्सी या प्रमस्तिष्क घात के प्रबंधन से संबंधित जानकारी प्रदान की गई। वेबिनार में इंडियन एकेडमी ऑफ सेरीब्रल पाल्सी के सलाहकार पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक्स सर्जन डॉ. तारल नागदा ने सेरीब्रल पाल्सी के प्रबंधन में स्मार्ट सोच विषय पर चर्चा की।
डॉ नागदा ने छात्रों को बताया कि आज विश्व में 18 मिलियन और भारत में 2 मिलियन लोग सेरीब्रल पाल्सी से ग्रसित हैं। यह मुख्य रूप से गर्भधारण, बच्चे के जन्म के समय और तीन वर्ष की आयु तक के बच्चे को हो सकता है। जन्म के समय कम वजन, अपरिपक्वता, नवजात हाइपोक्सिया आदि के कारण सेरीब्रल पाल्सी हो सकता है। इस क्षेत्र में न्यूरोसर्जन, फिजियोथिरेपी और विशेष शिक्षकों की बहुत अधिक मांग है, इसलिए अगर छात्र चाहें तो सेरेब्रल पाल्सी के क्षेत्र में करियर का चुनाव कर सकते है। वेबिनार के दौरान एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ रिहैबिलिटेशन साइंसेज की निदेशक डॉ जयंती पुजारी मौजूद रहीं।