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65 दिन से न्याय को भटक रही सोनामुनी की आत्मा

एक मौत 64 दिन एक थानेदार का ट्रांसफर जांच के लिए तमाम कवायद लेकिन नतीजा सिफर है। नये थानेदार की नियुक्ति हुई तो उम्मीद जगी कि घटना का पर्दाफाश होगा लेकिन उन्हें तो अभी इसका क ख ग भी नहीं पता है। जी हां हम बात कर रहे हैं सेक्टर 76 स्थित सिलिकॉन सिटी में हुई सोनामुनी (20) की संदिग्ध हालात में मौत की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 10:30 PM (IST)Updated: Thu, 05 Sep 2019 06:36 AM (IST)
65 दिन से न्याय को भटक रही सोनामुनी की आत्मा
65 दिन से न्याय को भटक रही सोनामुनी की आत्मा

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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एक मौत, 65 दिन, एक थानेदार का ट्रांसफर, जांच के लिए तमाम कवायद लेकिन नतीजा सिफर है। नये थानेदार की नियुक्ति हुई तो उम्मीद जगी कि घटना का पर्दाफाश होगा लेकिन उन्हें तो अभी इसका क, ख, ग भी नहीं पता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं सेक्टर 76 स्थित सिलिकॉन सिटी में हुई सोनामुनी (20) की संदिग्ध हालात में मौत की। सोनामुनी का शव दो जुलाई की सुबह सिलिकॉन सिटी के दो टॉवरों के बीच 12वें फ्लोर पर फंसा मिला। उसके परिजन बिना एफआइआर दर्ज कराए शव का अंतिम संस्कार कर चले गए और पुलिस ने जांच के नाम पर इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।

केस भूल गई स्थानीय पुलिस :

हाईप्रोफाइल सोसायटी में हुई युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में भले ही परिजन ने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई लेकिन तत्कालीन एसएचओ अजय कुमार अग्रवाल मौत का राज सामने लाने की कोशिश में लगे हुए थे। कई बिदुओं पर उन्होंने जांच भी की थी। वह दावा कर रहे थे कि जांच से साफ हो जाएगा कि आखिर घटना कैसे हुई, लेकिन 18 अगस्त को उनका तबादला कोतवाली सेक्टर 49 से जेवर एसएचओ के पद पर हो गया। उसके बाद स्थानीय पुलिस इस प्रकरण की जांच को भूल गई। नवनियुक्त एसओ की तरफ से उस प्रकरण की जांच के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। यह था मामला -

सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली सिलिकॉन सिटी स्थित टॉवर-डी के फ्लैट-1802 निवासी जय प्रकाश की घरेलू सहायिका सोनामुनी का शव दो जुलाई की सुबह डी व सी टॉवर के बीच एक फीट चौड़े गैप में बने स्लैब पर पड़ा मिला था। एनडीआरएफ टीम ने करीब तीन घंटे चले अभियान के बाद शव को एक फ्लैट की दीवार को काट कर निकाला था। सोनामुनी मूलरूप से कटिहार (बिहार) के मधेपुरा की रहने वाली थी। जय प्रकाश भी उसके गांव के ही रहने वाले हैं। सोनामुनी इनके वहां करीब एक साल से घरेलू सहायिका के रूप में कार्य कर रही थी। जय प्रकाश ने पुलिस को बताया था कि सोनामुनी 28 जून से घर से लापता थी। इसकी जानकारी उन्होंने उसके माता-पिता को दी थी। मौत की जानकारी मिलने पर पहुंचे थे परिजन : टॉवर के आसपास काफी दुर्गंध आने पर एक निवासी ने पता लगाना शुरू किया व टॉवर के छत पर जाकर देखा तो मामले का पता लगा था। उधर, घटना की जानकारी होने पर बिहार से सोनामुनी के परिजन नोएडा आए थे, लेकिन उन लोगों ने पुलिस को कोई लिखित शिकायत नहीं की थी। जिसकी वजह से पुलिस ने भी कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की मौत चोट लगने व अत्यधिक खून बहने की वजह से आई थी, लेकिन ऐसी कोई चोट नहीं थी जिससे अनहोनी की तरफ इशारा करे। युवती टॉवर के 19वें फ्लोर से कैसे गिरी यह अभी भी रहस्य बना हुआ है। आखिर इन सवालों के कब मिलेंगे जवाब

- 19वीं मंजिल से उस संकरी गली में आखिर युवती कैसे गिरी?

- युवती के लापता होने पर उसे ढूंढ़ने की कोशिश क्यों नहीं की गई?

- हाईप्रोफाइल सोसायटी में हुई युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत में पुलिस ने एफआइआर क्यों नही दर्ज की?

- युवती के मौत मामले की जांच के लिए पुलिस ने ठोस कदम क्यों नहीं उठाया?

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सिलिकॉन सिटी में घरेलू सहायिका की मौत मामले में कोई रिपोर्ट थाने में दर्ज नही है। जिसकी वजह से उस मामले की जांच अब नहीं चल रही है। उस प्रकरण में पीड़ित परिवार की तरफ से भी कभी संपर्क नहीं किया गया जिससे पुलिस कोई कदम आगे बढ़ाए।

-धर्मेन्द्र शर्मा, एसओ, कोतवाली सेक्टर 49


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