नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास प्राधिकरण का होगा अपना लैंड बैंक
ऋण के रूप में ली गई धनराशि अब तक वापस नहीं की गई है।
जागरण संवाददाता, नोएडा : जेवर में बनने वाले नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास नोएडा प्राधिकरण का अपना लैंड बैंक होगा, जो मिश्रित भू-प्रयोग का होगा। जिसमें औद्योगिक, वाणिज्यक व रिहायशी गतिविधियों के जरिये नोएडा प्राधिकरण के पास राजस्व का नया विकल्प भी होगा। नोएडा प्राधिकरण से लिए ऋण का भुगतान न करने के एवज में यह जमीन यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण द्वारा नोएडा प्राधिकरण को दी जाएगी। ऋण के रूप में ली गई धनराशि अब तक वापस नहीं की गई है। यही स्थिति ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की भी है। वह भी नोएडा प्राधिकरण को भूमि उपलब्ध कराएगा। हालांकि बोर्ड ने दोनों प्राधिकरणों को किस्तों में भुगतान करने का विकल्प दिया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र के विकास के लिए नोएडा प्राधिकरण ने समय-समय पर ऋण दिया है। वर्तमान में ग्रेटर नोएडा पर 4591.21 करोड़ रुपये और यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण पर 1795.91 करोड़ रुपये की धनराशि बकाया है। यह धनराशि वापस लेने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा कई बार दोनों प्राधिकरण को रिमाइंडर जारी किया गया, लेकिन दोनों ने बकाया धनराशि वापस नहीं की। उधर, नोएडा का अपना लैंड बैंक भी कम हो रहा है। करीब 19 हजार हेक्टेयर में बसे नोएडा के पास भूमि का अभाव है।
बता दें नोएडा प्राधिकरण के पास उसकी आमदनी के लिए भूमि और लीज रेंट दो प्रमुख जरिये हैं। भूमि का विकल्प समाप्त होने के चलते नोएडा प्राधिकरण ने यमुना विकास प्राधिकरण को बकाया धनराशि के बदले जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास मिश्रित भू-उपयोग की भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा था। इसी तरह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को भी बकाया धनराशि के एवज में भूमि देने का प्रस्ताव दिया गया था। दोनों ही प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।