विकास कार्यों के लिए धन की नहीं कोई कमी : मुख्यमंत्री
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मेरठ मंडल के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों व कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की। विकास परियोजनाओं का फीडबैक लिया। विकास कार्यों को तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि विकास कार्य निर्धारित समय पर पूरे हों। इससे लागत कम आती है और आम आदमी को समय पर लाभ मिल जाता है। विकास कार्यों के लिए शासन स्तर पर धनराशि की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की जनता को लाभान्वित करने का कार्य कर रही है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोरोना संक्रमण से लड़ने के साथ ही तेजी से विकास कार्य भी संचालित करने हैं। ऐसे में पूरी सतर्कता बरतें। मुख्यमंत्री ने कहा
कि एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत जनपद के विशिष्ट उत्पादकों को बढ़ावा देकर इनके प्रोडक्शन एवं मार्केटिग से संबंधित सुविधा उपलब्ध कराई जाए। ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय, ग्राम सचिवालय भवनों के निर्माण कार्याें को गति प्रदान कर गुणवत्ता के साथ कराए जाएं। किसानों को समय से खाद, बीज, सिचाई के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। संपूर्ण समाधान में आने वाली शिकायतों का निस्तारण किया जाए। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि गौतमबुद्ध नगर में 10 से 50 करोड़ के मध्य की 11 परियोजनाएं स्वीकृत हैं। जिनकी कुल लागत 337 करोड़ 86 लाख है। जिसके सापेक्ष 187 करोड़ 45 लाख की धनराशि अवमुक्त हो चुकी है। सभी कार्य प्रगति पर हैं। बताया कि प्रधानमंत्री आवास शहरी योजना के अंतर्गत 1112 लक्ष्य के सापेक्ष 1111 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं। सड़कों के निर्माण व चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत शौचालय का निर्माण कार्य चल रहा है। 344 करोड़ रुपये की लागत से तैयार कोविड-19 अस्पताल का संचालन किया जा रहा है, जल्द अस्पताल में चार सौ बेड की सुविधा होगी। लोगों को उसका लाभ मिल रहा है। जिले में कोरोना पॉजिटिव की दर 4.25 फीसद और रिकवरी दर 81.81 फीसद है। बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा एवं कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण, मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा विकास प्राधिकरण रितु माहेश्वरी, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।