औद्योगिक विकास के रास्ते पर दौड़ेगा यमुना प्राधिकरण, जेवर एयरपोर्ट के नजदीक वेयर हाउस बनाने पर जोर
टप्पल शहरी केंद्र में औद्योगिक गतिविधियों को लेकर जल्द ही योजना बनेगी। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना की समीक्षा बैठक में यमुना प्राधिकरण ने भविष्य की रूप रेखा प्रस्तुत की।
ग्रेटर नोएडा [अरविंद मिश्रा]। यमुना प्राधिकरण अब औद्योगिक विकास के रास्ते पर फर्राटा भरने को तैयार है। प्राधिकरण औद्योगिक श्रेणी की हिस्सेदारी बढ़ाने जा रहा है। 2041 के मास्टर प्लान के तहत चालीस फीसद तक
भूमि औद्योगिक श्रेणी में होगी। टप्पल शहरी केंद्र में औद्योगिक गतिविधियों को लेकर जल्द ही योजना तैयार होगी। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना की समीक्षा बैठक में यमुना प्राधिकरण ने भविष्य की रूप रेखा प्रस्तुत की।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई पर भी जोर
बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कोरोना से लड़ाई के लिए उठाए गए कदम एवं भविष्य की योजनाओं के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। प्राधिकरण में औद्योगिक गतिविधि के लिए मौजूदा मास्टर प्लान 2021 में केवल 13 फीसद जमीन का ही है। जबकि आवासीय व ग्रुप हाउसिंग में सबसे अधिक जमीन आवंटित की जाती है। नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में 15 से 17 फीसद जमीन उद्योगों के लिए है। इससे औद्योगिक विकास प्राधिकरण औद्योगिक विकास के अपने मकसद से दूर होते जा रहे हैं।
औद्योगिक विकास को रास्ते पर लाने के लिए बढ़ेगा आवंटन
यमुना प्राधिकरण को औद्योगिक विकास के रास्ते पर लाने के साथ उसे तेजी से आगे बढ़ाने के लिए औद्योगिक औद्योगिक भूमि के आवंटन को चालीस फीसद तक बढ़ाया जाएगा। प्राधिकरण की इस योजना पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने भी सहमति जताई है।
टप्पल बाजना के औद्योगिक विकास की योजना तैयार करने पर बनी सहमति
इसके साथ ही महाना ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक विकसित होने वाले शहरी केंद्र टप्पल बाजना के औद्योगिक विकास की योजना तैयार करने पर भी सहमति जताई। इसके लिए जमीन अधिग्रहण करने का मॉडल शासन स्तर से तय किया जा सकता है।
जेवर एयरपोर्ट के नजदीक
होने के कारण यहां लॉजिस्टिक हब व वेयरहाउस के लिए असीम संभावनाएं है। फेज दो के मास्टर प्लान में राया व टप्पल शहरी केंद्र का मास्टर प्लान राज्य सरकार पहले ही मंजूर कर चुकी है। लॉकडाउन अवधि में यमुना प्राधिकरण द्वारा एक अप्रैल से तीस जून के बीच 22 औद्योगिक भूखंड के आवंटन के जरिये 1656 करोड़ का निवेश जुटाने पर भी मंत्री ने अधिकारियों की प्रशंसा की। प्राधिकरण ने स्मार्ट विलेज, एयरपोर्ट कनेक्टिविटी समेत विभिन्न बिंदुओं पर प्रस्तुतिकरण दिया। उधर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से कोविड 19 की से लड़ाई के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी एवं ढांचागत सुविधा फुट ओवर ब्रिज, गंगाजल, ट्रांसपोर्ट प्लान आदि के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने आदि की जानकारी दी।
समस्याओं को प्राथमिकता से समाधान करने के दिए निर्देश
सतीश महाना ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों को फरवरी तक गांवों में गंगाजल पहुंचाने, गांवों में सुविधाएं विकसित करने एवं लोगों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान करने के निर्देश दिए। इस मौके पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण, यमुना प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।