ट्रैफिक पुलिस से बचे तो कैमरे से पकड़े जाएंगे, नियम तोड़ा तो हर हाल में होगा चालान Noida News
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में यातायात पुलिस की ओर से पहले से ही चार प्रमुख चौराहों पर कैमरे लगाए गए हैं। वहीं एलिवेटेड व नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे पर भी कैमरे लगे हुए हैं।
नोएडा [अर्पित त्रिपाठी]। दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहर में यातायात पुलिस की तरह अब परिवहन विभाग भी कैमरे से सड़कों को लैस कर चालान काटेगा। कैमरे के लिए विभाग निजी कंपनियों से सीएसआर के तहत मदद लेगा। वहीं जगह चिह्नित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस व एनजीओ की मदद ली जाएगी। उन स्थानों पर कैमरे नहीं लगाए जाएंगे, जहां पहले से ही यातायात पुलिस व प्राधिकरण की ओर से कैमरे लगाए गए हैं।
बता दें कि जिले में यातायात नियमों के पालन में और सख्ती व मॉनीटरिंग के लिए विभाग ये पहल शुरू करने जा रहा है। पिछले दिनों सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में इस पर सहमति मिल चुकी है। अगली बैठक में इसकी रूपरेखा विभाग को समिति के सामने रखनी है। सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन काफी गंभीर है। साथ ही यातायात नियमों के पालन पर भी सख्ती अपनाई जा रही है।
यातायात पुलिस की ओर से पहले से ही चार प्रमुख चौराहों पर कैमरे लगाए गए हैं। वहीं एलिवेटेड व नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे पर भी कैमरे लगे हुए हैं। इनसे काफी संख्या में चालान कट चुके हैं। इन स्थानों पर कैमरे लगे होने से ओवर स्पी¨डग व रेड लाइट जंप करने से लोग कतरा रहे हैं। हालांकि कई चौराहे व सड़कें ऐसी हैं, जहां कैमरे लगे होने काफी जरूरी हैं। परिवहन विभाग की ओर से भी यातायात नियमों के उल्लंघन में कार्रवाई की जाती है।
ऐसे में विभाग ने भी प्रमुख सड़कों व चौराहों पर कैमरे लगवाकर निगरानी रखने का फैसला लिया है। इसको लेकर अगले एक सप्ताह में निजी कंपनियों से कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत कैमरे लगाए जाने पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद यातायात पुलिस व यातायात व्यवस्था पर काम कर रहे एनजीओ के साथ सर्वे कर स्थानों को चिह्नित किया जाएगा।
कैमरे से यहां होती कार्रवाई
यमुना एक्सप्रेस वे पर अत्याधुनिक कैमरे से
नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस वे पर एचटीएमएस से
एलिवेटेड रोड पर अत्याधुनिक कैमरे
सेक्टर 57, 21-25, सेक्टर 21 स्टेडियम चौराहा
फिल्म सिटी मार्ग पर दुबई की तर्ज पर रडार बेस कैमरे से मॉनिटरिंग
हिमेश तिवारी (एआरटीओ प्रवर्तन) के मुताबिक, कैमरे के लिए उन स्थानों को चिह्नित किया जाएगा ,जहां यातायात पुलिस के कैमरे न लगे हों। ऐसा होने पर चालान का दोहराव हो सकता है। इससे बचने के लिए यातायात पुलिस के साथ बैठक की जाएगी। साथ ही प्राधिकरण से भी इस पर सहमति ली जाएगी।