TikTok पर वीडियो बनाकर बनाए 40000 फॉलोवर्स, अब हुआ गिरफ्तार, जानें पूरा मामला Noida News
एक युवक ने टिक टॉक पर वीडियो बनाकर 40 हजार फॉलोवर्स बना लिए। लेकिन पुलिस ने युवक के बारे में चौकाने वाला खुलासा किया है।
ग्रेटर नोएडा, जेएनएन। टिक टॉक पर वीडियो बनाने वाले एक शख्स को बीटा- 2 पुलिस ने लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित का नाम शाहरुख खान बताया जा रहा है जो टिक टॉक पर वीडियो बनाता है। जानकारी के अनुसार, शाहरुख के इस समय 40 हजार फॉलोवर्स हैं।
एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि बीटा दो कोतवाली प्रभारी सुजीत उपाध्याय की टीम ने शातिर बदमाशों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस टीम ने जिला बुलंदशहर के साठा इस्लामाबाद निवासी शाहरुख खान, आसिफ, फैजान और बिहार के मुंगेर निवासी मुकेश को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से लूट के पांच मोबाइल, मोटरसाइकिल व साढ़े तीन हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं।
शाहरुख है गिरोह का सरगना
पुलिस का कहना है कि लूटपाट करने वाले गिरोह का शाहरुख सरगना है। वह अन्य लड़कों से लूट करवाता था और कभी-कभी खुद भी लूट करने जाता था। शाहरुख सऊदी अरब में चालक की नौकरी कर चुका है। टिक टॉक का शौक सऊदी में ही लगा था। पुलिस के अनुसार, शाहरुख पिछले 6 महीने से ग्रेटर नोएडा आकर कर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
आरोपित को टिक टॉक वीडियो बनाने का शौक
लुटेरे गिरोह के सरगना शाहरुख को टिक-टॉक पर वीडियो बनाने और उसे अपलोड करने का शौक है। उसने अब तक करीब 160 टिक टॉक वीडियो बनाए हैं। पुलिस को जब उसने अपने वीडियो दिखाए तो पुलिसकर्मी हैरान रह गए। उसने वीडियो बनाने के लिए ही 70 हजार का आइफोन खरीदा था। जब वह विदेश में था तो वहां भी वह टिक टॉक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता था। ऐसे में शाहरुख के फॉलोवर्स की संख्या दिनो-दिन बढ़ती गई।
पूछताछ में अहम खुलासा
पूछताछ में पता चला है कि चारों आरोपित बिसरख, साइट पांच, बीटा दो, सूरजपुर और नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र के सुनसान इलाकों में अंधेरा होते ही राहगीरों से मोबाइल व नकदी लूटते थे। बदमाश पिछले छह महीने से घटना को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार शाहरुख गिरोह को चलाता था और घटना से पहले रेकी करता था। लूट व चोरी से बरामद माल व रुपयों का बंटवारा भी शाहरूख द्वारा किया जाता था। शाहरुख के उसके कहने पर ही गिरोह के दो-दो गुर्गे पब्लिक के बीच शामिल होकर घटना के बाद पब्लिक और पुलिस द्वारा अपनाई जा रही बातों को एक दूसरे तक पहुंचाते थे।
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