Tiddi Dal Attack: देश में पहली बार टिड्डियों पर नियंत्रण के लिए हेलिकॉप्टर से होगा कीटनाशक का छिड़काव
Tiddi Dal Attack केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्रेटर नोएडा हेलिपैड से कीटनाशक छिड़काव के लिए हेलिकॉप्टर को मंगलवार दोपहर रवाना किया।
नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा [अजब भाटी] Tiddi Dal Attack in India : टिड्डी दल के नियंत्रण को लेकर ग्रेटर नोएडा ईकोटेक दो उद्योग विहार स्थित इंडोकॉप्टर प्राइवेट लिमिटेड से हेलिकॉप्टर रवाना किया गया। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार दोपहर हरी झंडी दिखाकर हेलिकॉप्टर को रवाना किया।
इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि भारत में पहली बार टिड्डी नियंत्रण के लिए हेलिकॉप्टर से कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है। एयरपोर्ट से भी टिड्डी दल के नियंत्रण को चार हेलिकॉप्टर की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि टिड्डी दिल से भारत के किसी भी राज्य में अभी तक कोई नुकसान नहीं हुआ है। टिड्डी दल के नियंत्रण को लेकर ब्रिटेन से भी तीन मशीन मंगाई गई हैं। ग्रेटर नोएडा से करीब 1:30 बजे हेलिकॉप्टर ने राजस्थान के बाड़मेर जिले के लिए उड़ान भरी। कार्यक्रम के दौरान राज्य मंत्री कैलाश चौधरी क्षेत्रीय सांसद महेश शर्मा दादरी विधायक तेजपाल नागर समेत भाजपा के अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
खेतों में खड़ी फसलों की बर्बादी का सबब बनने वाले टिड्डी दलों का देश के विभिन्न राज्यों में हमला जारी है। इस बीच टिड्डियों के संभावित हमले के मद्देनजर लगातार शासन व प्रशासन के स्तर पर कोशिशें जारी हैं।
पहली बार हेलिकॉप्टर से होगा छिड़काव
ग्रेटर नोएडा में ईकोटेक-2 उद्योग विहार स्थित इंडोकॉप्टर प्राइवेट लिमिटेड से हेलिकॉप्टर रवाना किया गया । भारत में पहली बार टिड्डी नियंत्रण के लिए हेलिकॉप्टर से छिड़काव किया जाएगा। इससे पहले इस तरह का प्रयास नहीं हुआ है। दरअसल, ऐसा टिड्डी दलों की ऊंचाई पर उड़ने के चलते किया गया है।
गौरतलब है कि टिड्डियों का हमला देश के राज्यों राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, ये हमलावर पक्षी रेगिस्तानी टिड्डे होते हैं, इसलिए इन्हें ब्रीडिंग के लिए रेतीला इलाका पसंद आता है। इन टिड्डों का ब्रीडिंग पीरियड जून-जुलाई से अक्टूबर-नवंबर तक होता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, टिड्डियों के दल पाकिस्तान से भारत में दाखिल हुए हैं और इस साल देश में टिड्डियों का पहला हमला राजस्थान के गंगानगर में 11 अप्रैल को हुआ था। टिड्डी दल यूपी, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश भी किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा चुके हैं। शनिवार को टिड्डी दल दिल्ली-हरियाणा के बॉर्डर पर भी सक्रिय था, लेकिन दिल्ली में पूरी तरह प्रवेश नहीं कर पाया।