सुपरटेक मामला: तीन दिन में फाइनल रिपोर्ट सौंपेंगी सीबीआरआइ, 30 नवंबर तक गिराए जाने हैं दोनों टावर
सुप्रीम कोर्ट ने दोनों टावर एपेक्स-सियान को ध्वस्त करने के आदेश 31 अगस्त 2021 को दिए थे। इसके लिए प्राधिकरण को 30 नवंबर का समय दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही प्राधिकरण केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ) की मदद ले रहा है।
नोएडा [कुंदन तिवारी]। सुपरटेक एमराल्ड के दोनों टावरों के ध्वस्तीकरण से पहले कंप्यूटराइज माडल तैयार किया जाएगा। इमारत में लगे कंस्ट्रक्शन वेट (भार) का अध्ययन किया जाएगा। एक एनिमेटेड स्ट्रक्चरल तैयार कर उसका प्रजेंटेशन प्राधिकरण में किया जाएगा। इसके लिए तीन सदस्य की एक कमेटी गठित की गई है। तीन दिन में फाइनल रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंपी जाएगी। इसके बाद शार्ट टर्म टेंडर जारी कर इमारत को ध्वस्त किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने दोनों टावर एपेक्स-सियान को ध्वस्त करने के आदेश 31 अगस्त 2021 को दिए थे। इसके लिए प्राधिकरण को 30 नवंबर का समय दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही प्राधिकरण केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ) की मदद ले रहा है। मंगलवार को दोनों टावरों को गिराने के लिए एक समिति गठित की गई है। इस समिति में नेशनल बिलिं्डग कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) के एक्स सीएमडी, इंडियन डिमोलिशन एसोसिएशन के सदस्य और सीबीआरआइ की टीम शामिल है।
सूत्रों का कहना है कि यह टीम एक एनिमेटेड फ्रेम के जरिये यह दिखाएगी कि दोनों इमारतों को कैसे गिराया जाए। यह भी अध्ययन किया जाएगा कि इमारत को गिराने में कितना एक्सप्लोसिव लगाया जाए। आसपास की इमारतों को कोई नुकसान न हो इसका ध्यान दिया जाएगा। प्रजेंटेशन के बाद यह स्थिति साफ हो जाएगी। प्राधिकरण का मत है इमारत गिराने में किसी भी प्रकार की गलती की कोई गुंजाइश न रहे।
टीम ने किया स्थलीय निरीक्षण
सीबीआरआइ और नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों ने मंगलवार को दोनों टावरों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान टीम ने टावरों की कई फोटोग्राफ भी लिए।