गर्भवती महिला ने एंबुलेंस में तोड़ दिया दम, अस्पतालों ने किया था भर्ती करने से इनकार Noida News
यह दर्दनाक मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। जान गंवाने वाली महिला का नाम नीलम है।
ग्रेटर नोए़डा, जागरण संवाददाता। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर में अस्पतालों की लापरवाही ने एक गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे बच्चे की जान ले ली। मिली जानकारी के मुताबिक, तबीयत खराब होने पर पति अपनी 8 महीने से अधिक गर्भवती पत्नी को एंबुलेंस के जरिये रात भर अस्पतालों के चक्कर काटता रही। वहीं सुबह होते-होते इलाज के अभाव नें महिला ने दम तोड़ दिया। यह दर्दनाक मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। जान गंवाने वाली महिला का नाम नीलम है। हैरानी की बात है कि रात भर भटकने के बाद किसी भी अस्पताल ने गर्भवती महिला को इलाज के लिए भर्ती नहीं किया। वहीं, पति अस्पताल कर्मियों के आगे गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन सभी जगह बेड नहीं होने का हवाला दिया जाता रहा।
उपचार के अभाव में हुई मौत
बताया जा रहा है कि 8 महीने कुछ दिन की गर्भवती महिला ने तबीयत खराब होने की शिकायत की तो पति बिजेंद्र सिंह ने एंबुलेंस मंगाई। इसके बाद वह अपनी पत्नी नीलम को एंबुलेंस में बैठाकर रात भर जिम्स, मैक्स, ईएसआई जिला अस्पताल, शिवालिक व शारदा अस्पताल के चक्कर काटता रहा, लेकिन किसी ने भी भर्ती नहीं किया। इलाज के अभाव में गर्भवती महिला नीलम ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, महिला नीलम का इलाज शह के शिवालिक अस्पताल में चल रहा था, लेकिन रात को जब पति पहुंचा तो शिवालिक ने भी भर्ती करने से मना कर दिया था।
बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत
कोतवाली फेज-3 स्थित गढ़ी चौखंडी के पास बीते दिनों मॉर्निंग वॉक पर निकले एक बुजुर्ग को गोली मार दी गई थी। इलाज के दौरान शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। उधर बुजुर्ग पर गोली चलाने वाले का पता अब तक नहीं चल पाया है। कोतवाली पुलिस अब इस केस को हत्या की कोशिश में दर्ज करेगी। पुलिस का कहना है कि हमलावर को पकड़ने की कोशिश में टीमें लगी हुई हैं। गौरतलब है कि 27 मई की सुबह करीब पांच बजे के समय पीछे से गोली मारे जाने से सुखपाल यादव (60) घायल हुए थे। वह गढ़ी चौखंडी गांव में रहते थे।