नोएडा : साल्वर गैंग से जुड़े अभी और लोगों पर कसेगा पुलिस का शिकंजा
नोएडा पुलिस की चार टीमें लगातार कर रही छापेमारी हैं। अभी और लोगों को इल सिलसिले में गिरफ्तार किया जा सकता है। पुलिस की रडार पर दर्जन से अधिक लोग हैं। अबतक दिल्ली पुलिस के दो पुलिस कांस्टेबल सहित कुल 11 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
नोएडा [रजनीकान्त]। प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर बैठाकर नौकरी दिलाने वाले गिरोह के पर्दाफाश के बाद लगातार नई-नई बातें निकल कर सामने आ रही हैं। अबतक की जांच में करीब डेढ़ दर्जन लोगों के इस गिरोह में शामिल होने की बात सामने आ चुकी है। इसमें कई लोग विभिन्न विभागों में तैनात हैं। अबतक दिल्ली पुलिस के दो पुलिस कांस्टेबल सहित कुल 11 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। आधा दर्जन से अधिक लोगों को पकड़ कर पूछताछ करने के लिए पुलिस की चार टीमें छापेमारी कर रही है।
एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा का कहना था कि इस गिरोह को संचालित करने में मुख्य आरोपित दिनेश जोगी आयकर विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात अपने एक रिश्तेदार की मदद लेता था। पुलिस उस आयकर इंस्पेक्टर को पकड़ कर पूछताछ करना चाहती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आयकर इंस्पेक्टर के पकड़े जाने पर और भी बड़े पर्दाफाश होने की उम्मीद है। उधर, रविवार शाम को गिरोह में शामिल दो लोगों के पकड़े जाने के बाद पुलिस टीम उनसे पूछताछ कर रही है। अबतक की पूछताछ में पता लगा है कि शनिवार को पकड़े गए एक साल्वर को यह लेकर नोएडा स्थित सेक्टर 62 आए थे। उस साल्वर का पर्स इनकी गाड़ी में ही था। जब उन साल्वरों की सेक्टर-62 से गिरफ्तारी हुई इस दौरान यह दोनों वहां से फरार हो गए थे।
मालूम हो कि शनिवार को कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस की टीम ने प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदक की जगह साल्वर बैठाकर नौकरी दिलाने वाले बड़े गिरोह के नौ लोगों को गिरफ्तार कर नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। पकड़े गए आरोपितों में तीन साल्वर थे, जबकि दो दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल। आरोपितों के पास से तीन कार, दो लाख 10 हजार रुपये नकद, दिल्ली पुलिस की दो वर्दी, मोबाइल व फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। गिरोह का सरगना दिनेश जोगी खुद खुद साल्वर बैठाकर रक्षा मंत्रालय में एएसओ के पद पर नौकरी पाई है। कुछ दिनों में उसकी ज्वाइनिंग होने वाली थी। पुलिस का कहना था कि शनिवार को सेक्टर-62 स्थित आइओन डिजीटल जोन में दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल पद के लिए परीक्षा थी। वहां तीनों साल्वर दूसरे आवेदकों की जगह परीक्षा देने आए थे। संदेह के आधार पर वहां पकड़े गए। इसकेे बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और तीनों को पकड़ कर पूछताछ शुरू की तो इनके गिरोह के छह और लोग पकड़े गए थे। इन नौ आरोपितों से पूछताछ के बाद रविवार को दो और लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
प्राथमिक पूछताछ में पुलिस ने दावा किया था कि पिछले करीब तीन वर्षो से यह गिरोह सक्रिय है। करीब 100 लोगों को इस प्रकार से फर्जीवाड़ा कर नौकरी दिला कर चुके हैं। एक आवेदक से परीक्षा के अनुसार 10 लाख से 20 लाख रुपये तक वसूल करते थे। दिल्ली-एनसीआर में विभिन्न जगहों पर आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाडों को अंजाम देता था। परीक्षा के दौरान गिरोह में शामिल आरोपित साल्वर को लेकर परीक्षा केंद्र तक पहुंचाते थे।
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