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Jewar Inter National Airport: जेवर एयरपोर्ट पर 5 रनवे बनाने की योजना

Jewar Inter National Airport जेवर एयर पोर्ट के लिए तकरीबन 3000 हेक्टेयर जमीन और ली जाएगी। इसमें कुल 5 रन-वे में से एक उत्तर की ओर बनेगा जो एमआरओ के लिए आरक्षित होगा। इसके साथ एक रन-वे दक्षिण की ओर बनेगा जो यात्रियों के लिए होगा।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 04:07 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 04:13 PM (IST)
Jewar Inter National Airport: जेवर एयरपोर्ट पर 5 रनवे बनाने की योजना
जेवर में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सांकेतिक फोटो।

ग्रेटर नोएडा [अरविंद मिश्रा]। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में बनने जा रहे देश के सबसे बड़े जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कुल पांच रन-वे बनाने की योजना है। प्रजेंटेशन परियोजना के सलाहकार पीडब्ल्यूसी (Price water house Coopers) इस बाबत एक सप्ताह के भीतर व्यावहारिकता रिपोर्ट सौंपेंगी।  1 रनवे शुरुआत में और 3 रन-वे अगले फेज में बनेंगे। इसके साथ ही 1 रन-वे एमआरओ (मेनटनेंस, रिपेयर एंड ओवरहालिंग) के लिए आरक्षित होगा। इसके लिए करीब 3000 हेक्टेयर जमीन और ली जाएगी। इसमें एक रन-वे उत्तर की ओर बनेगा, जो एमआरओ के लिए आरक्षित होगा। वहीं, 2 रन-वे दक्षिण की ओर बनेंगे जो जो पैसेंजर के लिए होंगे। 

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गौरतलब है कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। अगले 40 सालों तक  इसकी बागडोर ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के हाथों में होगी, क्योंकि फाइनेंशियल बिड में ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने बाजी मारी है। यह भी बता दें कि करीब 5000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले जेवर एयरपोर्ट पर हवाई सेवाओं का संचालन 2023-24 से शुरू होगा। सबसे खास बात यह है कि दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली सभी विमान कंपनियों की सेवाएं जेवर एयरपोर्ट से भी उपलब्ध होंगी। जेवर एयरपोर्ट का सीमावर्ती राज्यों के 22 जिलों की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने का अनुमान है, इनमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली हैं।

यह भी जानें

  • ऐसा अनुमान है कि जेवर एयरपोर्ट पर शुरुआत में सालाना एक करोड़ बीस लाख यात्री जेवर एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं का उपयोग करेंगे।
  • जेवर एयरपोर्ट पर यात्री संख्या तीन करोड़ होने पर दूसरा चरण शुरू होगा।
  • पांच करोड़ यात्री सालाना होने पर तीसरा व सात करोड़ सालाना यात्री होने पर चौथा चरण का काम होगा। तब तक एयरपोर्ट की कुल लागत 29560 करोड़ होने का अनुमान है।

5 रनवे का होगा जेवर एयरपोर्ट

जेवर एयरपोर्ट का विस्तार 5 रनवे तक होगा। जैसे-जैसे एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। रनवे की संख्या बढ़ाने का कार्य शुरू होगा। 5 रनवे की स्टडी की जिम्मेदारी प्राइस वाटर हाउस कूपर को सौंपी जा चुकी है।

बता दें कि इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा के जेवर में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा क्षेत्रीय सम्पर्क योजना 'उड़ान' के तहत न केवल राज्य के कानपुर और इलाहाबाद जैसे स्थानों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के नजदीक लाएगा बल्कि इससे पड़ोसी राज्यों के स्थानों को भी लाभ होगा। यह बात एक तकनीकी-आर्थिक व्यवहार्यता रिपोर्ट में कही गई है।

बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट के एक बार 2022-2023 से शुरू हो जाने पर राज्य में हवाईमार्ग से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में काफी वृद्धि होगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में हवाई यातायात में 28.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि हो रही है।

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