Noida: किसानों ने कृषि कानूनों की शव यात्रा निकाल जताया विरोध
मास्टर श्योराज सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को पूंजीपतियों ने बहका दिया है और वह पूंजीपतियों के हाथों में किसानों का हित बेच रही है। नए कृषि कानूनों से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला है।
नोएडा, मोहम्मद बिलाल। सेक्टर-95 स्थित दलित प्रेरणा स्थल पर पिछले 10 दिन से कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर डटे भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के कार्यकर्ता नए-नए तरीकों से अपना विरोध जता रहे हैं। शुक्रवार को किसानोें ने कृषि कानूनों की शव यात्रा निकाली। कृषि कानून की प्रतियों को अर्थी पर रखकर उठाकर बाद में इसे आग के हवाले किया।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर श्यौराज सिंह के नेतृत्व में किसानों ने नए कृषि कानूनों की प्रतियों को अर्थी पर रखकर धरना स्थल से इसकी शव यात्रा निकाली।केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने व जय-जवान जय-किसान के नारे के साथ कार्यकर्ता अर्थी को लेकर दलित प्रेरणा स्थल के गेट नंबर-4 पर पहुंचें। केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए जमकर नारेबाजी की। फिर अर्थी को आग के हवाले किया।
मास्टर श्योराज सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को पूंजीपतियों ने बहका दिया है और वह पूंजीपतियों के हाथों में किसानों का हित बेच रही है। नए कृषि कानूनों से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला है। इन कानूनों से किसान और अधिक लाचार हो जाएगा। अगर सरकार किसानों के हित में कुछ कर सकती है तो उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी दे।
वहीं संगठन से जुड़े राजीव मालिक ने बताया कि कृषि कानूनों की शव यात्रा निकाल अर्थी को आग के हवाले किया है। शनिवार को 11 किसान अपना मुंडन भी कराएंगे। इसके बाद सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करेंगे। सांसद डॉ. महेश शर्मा को किसानोें की समस्या से अवगत कराने के लिए अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्हें किसानों की मांगों का ज्ञापन सौंपा जाएगा। उनके माध्यम से किसानों की मांग को प्रधानमंत्री तक पहुंचाया जाएगा।
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