Noida Education News: नोएडा के 2700 छात्रों के भविष्य को अधर में डाल रहे निजी स्कूल
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत दाखिला का इंतजार करने वाले छात्रों के लिए परेशानियां और भी बढ़ गई हैं। पिछले सत्र में आरटीई दाखिले की सूची में जगह बनाने वाले 4 हजार छात्रों में से केवल 1235 छात्रों को ही निजी स्कूलों में दाखिला मिल सका था
सुनाक्षी गुप्ता, नोएडा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत दाखिला का इंतजार करने वाले छात्रों के लिए परेशानियां और भी बढ़ गई हैं। पिछले सत्र में आरटीई दाखिले की सूची में जगह बनाने वाले 4 हजार छात्रों में से केवल 1235 छात्रों को ही निजी स्कूलों में दाखिला मिल सका था, जबकि 2765 छात्रों के अभिभावक अभी भी दाखिला कराने के लिए प्रशासन और स्कूलों के चक्कर काट रहे हैं। उनकी मुसीबतें अभी खत्म होती नजर नहीं आ रही हैं क्योंकि इस माह भी अगर उन्हें दाखिला नहीं मिल सका तो अगले माह से 2021 सत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
नियमानुसार यह छात्र अगले सत्र के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। इस तरह सरकार की शिक्षा योजना को जिले के निजी स्कूल सिरे से खारिज कर रहे हैं, जिससे उन मासूम बच्चों का भविष्य अधर में जा रहा है जोकि सुनहरा बन सकता था। दाखिला न मिलने से इन छात्रों को पहले ही एक वर्ष की पढ़ाई का नुकसान हो चुका है, अभी भी दाखिला नहीं मिल सका तो उनका आने वाला शैक्षणिक वर्ष भी बर्बाद हो जाएगा।
शिक्षा विभाग के नोटिस को दरकिनार कर रहे निजी स्कूल
जरूरतमंद छात्रों का दाखिला कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया था, जिसने शुरुआत में जिले के करीब 22 स्कूलों को नोटिस भी जारी किए थे, इसके बावजूद भी स्कूलों ने दाखिला देने से इंकार कर दिया। नोटिस का सिलसिला आज भी जारी है लेकिन दाखिला की प्रक्रिया आजतक शुरू नहीं हो पाई है। बीते माह परेशान अभिभावकों ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया था। जिसके बाद जिलाधिकारी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए जल्द दाखिला कराने का आश्वासन दिया था।
कानूनी लड़ाई लड़ने को सामने आई संस्थाएं
आरटीई की प्रथम, द्वितीय और तृतीय लाटरी में चयनित होने के बाद भी दाखिला नहीं पा सके छात्रों की मदद के लिए जिले के कानूनी अधिकार संगठन ने युवा क्रांति सेना संग मिलकर जरूरतमंद छात्रों को दाखिला न मिलने पर कानूनी कार्यवाही में निश्शुल्क मदद करेंगी।