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Noida Crime: बंद कंपनी से ब्रांडेड कपड़ों के बंडल चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

बंद कंपनी से बांड्रेड कपड़ों के बंडल चोरी के मामले का पर्दाफाश करते हुए सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपित बंद फैक्ट्री के पास वाली फैक्ट्री में कार्यरत सुरक्षागार्ड की मदद से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 06:51 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 06:51 PM (IST)
Noida Crime: बंद कंपनी से ब्रांडेड कपड़ों के बंडल चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने सात आरोपितों को किया गिरफ्तार।

जागरण संवाददाता, नोएडा। बंद कंपनी से बांड्रेड कपड़ों के बंडल चोरी के मामले का पर्दाफाश करते हुए सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपित बंद फैक्ट्री के पास वाली फैक्ट्री में कार्यरत सुरक्षागार्ड की मदद से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से करीब 22 लाख रुपये के ब्रांडेड कपड़ों के 110 बंडल, एक स्कूटी व एक बाइक बरामद की है।

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आरोपितों की पहचान समीर द्विवेदी निवासी मिर्जापुर, सुभाष निवासी हरदोई, अंकुर निवासी आगरा, चंद्रमोहन यादव निवासी फर्रुखाबाद, दानिश निवासी बुलंदशहर, अजय निवासी मुंगेर व करण निवासी सीतामढ़ी (बिहार) के रूप में हुई है।

डीसीपी नोएडा राजेश एस ने बताया कि सेक्टर-63 स्थित बी ब्लाक में ईबिज काम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। इसके बगल वाली कंपनी में गिरफ्तार आरोपित चंद्रमोहन दिन में सुरक्षागार्ड की नौकरी करता व रात में बंद कंपनी की रेकी करता। रेकी की सूचना अपने साथियों को देता जिसके बाद गिरोह के दूसरे सदस्य रात में बंद कंपनी से कपड़ों के बंडल चुराने का काम करते। कपड़ों को चुराने के बाद उसे थोक मार्केट व साप्ताहिक बाजार में सस्ते दामों पर बेच देते थे। इससे प्राप्त रुपये को बराबर भागों में बांट लेते थे। 

20 हजार रुपये है एक सूट की कीमत

एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपित जिस बंद कंपनी से ब्रांडेड कपड़े चोरी करते थे। उसे जीएसटी द्वारा करीब एक वर्ष पूर्व टैक्स चोरी के आरोप में सील किया था। कंपनी में पुरुषों के पेंट व शर्ट का कपड़ा तैयार होता था। जिसे बाद में अगाम्या ब्रांड का लेबल लगाकर मार्केट बेचा जाता था। एक सूट के बंडल की कीमत करीब 20 हजार रुपये है। आरोपित अबतक बंद कंपनी से 900 से अधिक कपड़ों के बंडल चोरी कर बेच चुके हैं।

बंद फैक्ट्रियों को बनाते है निशाना 

एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि गिरोह का सरगना समीर द्विवेदी है जो बंद पड़ी फैक्ट्रियों को टारगेट करके सुरक्षा गार्डों की मदद से चोरी की वारदात को अंजाम देता था। आरोपित ने चंद्रमोहन को भी लालच देकर गिरोह में शामिल किया था। वहीं दानिश बंद कंपनियों से चोरी करने का काम करता था। जबकि गिरोह के अन्य सदस्य चोरी के सामान को ठिकाने लगाने का काम करते। कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया कि आरोपित पिछले छह माह से चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। 


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