लॉकडाउन का डर नहीं, निजी कारणों से जा रहे घर
जिले में कोरोना के बढ़ते मामले और रात्रि कर्फ्यू लगने के बाद अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि प्रवासी कामगार अपने घरों के लिए रवाना होने लगे हैं। इसकी तस्दीक करने के लिए जब दैनिक जागरण की टीम परी चौक और ग्रेटर नोएडा डिपो पहुंची।
जासं, ग्रेटर नोएडा : जिले में कोरोना के बढ़ते मामले और रात्रि कर्फ्यू लगने के बाद अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि प्रवासी कामगार अपने घरों के लिए रवाना होने लगे हैं। इसकी तस्दीक करने के लिए जब दैनिक जागरण की टीम परी चौक और ग्रेटर नोएडा डिपो पहुंची तो सवारियों ने बताया कि वे घर तो जा रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन की आशंका इसकी वजह नहीं है। कुछ निजी कार्यों से अपने मूल स्थान जा रहे हैं तो कुछ शादी समारोह में शामिल होने के लिए बस का इंतजार कर रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ ही कई शहरों में प्रवासी कामगारों के घर लौटने की तस्वीर सामने आने लगी थी। हालांकि ग्रेटर नोएडा में प्रवासी श्रमिकों ने घर का रुख कोरोना की वजह से नहीं किया है। जिला प्रशासन भी बस अड्डों पर पहुंचकर उनके जाने का कारण पूछ रहा है। कोट्स मैं परिवार के साथ पिछले दस वर्षो से कासना में रह रहा हूं। राजमिस्त्री का काम करता हूं। मध्य प्रदेश के दमोह का रहना वाला हूं। परिवार में किसी की शादी है उसी के लिए परिवार के साथ जा रहा हूं। लॉकडाउन के किसी डर के कारण नहीं जा रहे हैं। अगले 10 दिन में वापस आ जाएंगे। - मथुरा दास, परी चौक मैं अयोध्या का रहने वाला हूं। पिछले दो महीने से ग्रेटर नोएडा स्थित निजी कंपनी में कार्य कर रहा हूं। आनंद विहार जाने के लिए बस की जानकारी लेने आया हूं। घर में निजी कार्य के चलते जाना पड़ रहा है। अन्य कोई वजह नहीं है। एक सप्ताह बाद वापस आ जाऊंगा। - सूरज, ग्रेटर नोएडा बस डिपो लॉकडाउन लगने के डर से नहीं जा रहा हूं। काम करने के लिए यहां आए हैं। जरूरी काम से अयोध्या जाना पड़ रहा है। वापस यहीं आकर काम में जुट जाना है। - श्याम लाल, ग्रेटर नोएडा डिपो बयान इकाइयों में पर्याप्त संख्या में कामगार कार्य कर रहे हैं। अभी कोई छुट्टी पर नहीं जा रहा है। उद्यमी लगातार कामगारों से संपर्क में हैं। कामगारों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। जिला प्रशासन को भी कामगारों को जागरूक करना चाहिए। - गौतम विशारद, अध्यक्ष, आइआइए ग्रेटर नोएडा चैप्टर कुछ उद्यमियों ने कामगारों के छुट्टी पर जाने की बात कही है। हालांकि अभी ऐसी कोई जानकारी नहीं आई है कि लोग लॉकडाउन के डर से जा रहे हैं। जिला प्रशासन को कामगारों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाना चाहिए। - पुष्पेंद्र तिवारी, अध्यक्ष, इंडस्ट्रियल एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन इंटरनेट मीडिया पर प्रवासियों के जाने की खबर वायरल हो रही थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर परी चौक का निरीक्षण किया और लोगों से जाना कि वे घर किस कारण से जा रहे हैं। सभी ने निजी कारणों से घर जाने की बात कही। - पीके ¨सह, उप श्रम आयुक्त