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ग्रेटर नोएडाः परीचौक पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर इंजीनियर से लूटपाट, चौकी इंचार्ज निलंबित

बीटा दो कोतवाली क्षेत्र में इंजीनियर से लूटपाट के मामले में परी चौक पुलिस चौकी के इंचार्ज अखिलेश को निलंबित कर दिया गया है। घटना के बाद ढाई घंटा देरी से घटनास्थल पर पहुंचने व लापरवाही पाए जाने पर पर ये कार्रवाई की गई है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 06:59 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 09:35 PM (IST)
ग्रेटर नोएडाः परीचौक पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर इंजीनियर से लूटपाट, चौकी इंचार्ज निलंबित
लूट का विरोध करने पर घायल इंजीनियर आकाश

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। बीटा दो कोतवाली क्षेत्र में इंजीनियर से लूटपाट के मामले में परी चौक पुलिस चौकी के इंचार्ज अखिलेश को निलंबित कर दिया गया है। घटना के बाद ढाई घंटा देरी से घटनास्थल पर पहुंचने व लापरवाही पाए जाने पर पर ये कार्रवाई की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, परीचौकी चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने इंजीनियर को चलते आटो से नीचे गिराकर लूटपाट की। पीड़ित ने लूट का विरोध किया तो बदमाशों ने उसको आटो से बाहर खींच कर सड़क पर गिरा दिया।

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इंजीनियर के सिर, हाथ, कोहनी व गर्दन में चोट लगी है। गंभीर रूप से घायल पीड़ित को कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया। इंजीनियर की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसके सिर में 20 टांके लगाए गए है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है।

शहर के सेक्टर डेल्टा एक में आकाश कुमार रहते है। वह ओप्पो में इंजीनियर है। बुधवार को उनकी नाइट शिफ्ट थी। वह रात करीब सवा आठ बजे आटो में सवार होकर ड्यूटी जाने के लिए निकले थे जैसे ही वह परीचौक के समीप पहुंचे वह मोबाइल पर बात कर रहे थे। वहां से गुजर रहे मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने झपट्टा मारकर मोबाइल लूटने की कोशिश की। आकाश ने विरोध किया तो बदमाशों ने उसको खींच कर आटो से बाहर गिरा दिया। उसके सड़क पर गिरते ही सिर से खून बहने लगा। बदमाश उसका मोबाइल लूट कर फरार हो गए।

आटो चालक आकाश को लेकर कैलाश अस्पताल गया और मामले की सूचना पीड़ित के दोस्तों को दी गई। गनीमत रही कि जब इंजीनियर को बदमाशों ने आटो से खींच कर सड़क पर गिराया तो पीछे से कोई गाड़ी नहीं आ रही थी अन्यथा अनहोनी हो सकती थी।

पुलिस ने पार कर दी लापरवाही की हद

परीचौक से कैलाश अस्पताल की दूसरी महज पांच मिनट की है, हैरानी की बात है कि स्थानीय पुलिस ने अस्पताल पहुंचने में ढाई घंटे लगा दिए जबकि पीआरवी ने पहले ही सूचना दे दी थी। आटो चालक की हिम्मत के चलते ही इंजीनियर की जान बची। डॉक्टरों के मुताबिक खून ज्यादा बह गया था यदि समय पर घायल को अस्पताल न पहुंचाया जाता तो अनहोनी हो सकती थी।

टाइमलाइन

  • रात 08:10 बजे : आटो में सवार होकर इंजीनियर ड्यूटी के लिए निकला
  • 08:20 बजे : बदमाशों ने पीछा कर लूटपाट की, आकाश सड़क पर गिर गए
  • 08:25 : पीआरवी मौके पर पहुंची, घायल को अस्पताल ले जाने के बजाय आटो चालक को सलाह दी कि अस्पताल ले जाए
  • 08:35 : पीआरवी ने घटना की जानकारी परीचौक चौकी पुलिस को दी
  • 11:00 : चौकी से कैलाश अस्पताल जाने के लिए निकले इंचार्ज
  • 12:00 : बीटा दो कोतवाली प्रभारी कोतवाली से अस्पताल जाने के लिए निकले
  • 12:20 : एसीपी अस्पताल पहुंचे
  • आधी रात 02:00 बजे : तक अस्पताल में रहे पुलिसकर्मी

अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जोन स्तर पर टीम घटना के पर्दाफाश के लिए लगाई गई है। स्थानीय पुलिस के देरी से पहुंचने के संबंध में इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज, थाने के मुंशी व पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच एसीपी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।


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