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लोगों के लिए मिशाल बने नूर मोहम्मद, पर्यावरण संरक्षण के नाम रहता है हर रविवार

नूर मोहम्मद बताते है सप्ताह में एक दिन रविवार को पर्यावरण संरक्षण के नाम रहता है। सबसे पहले सभी ने श्रमदान करते हुए कब्रिस्तान में सफाई व गड्ढे खुदाई जिसके बाद वहां निर्धारित दूरी पर नीम पीपल फल फूल सहित विभिन्न प्रजाति के आक्सीजन युक्त पौधे लगाए जाते हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 05 Sep 2021 01:34 PM (IST)Updated: Sun, 05 Sep 2021 01:34 PM (IST)
लोगों के लिए मिशाल बने नूर मोहम्मद, पर्यावरण संरक्षण के नाम रहता है हर रविवार
प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए एक दिन कब्रिस्तान में : नूर मोहम्मद

बिलासपुर (ग्रेटर नोएडा) [घनश्याम पाल]। हम संकल्प लेते हैं कि जल, जमीन और पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने घरों के आसपास, सार्वजनिक स्थानों व उन सभी स्थानों पर समय समय पर पौधे लगाएंगे, जहां हरियाली की आवश्यकता महसूस हो, हम प्रदूषण नियंत्रण के लिए धुआं देने वाले वाहनों का उपयोग कम करते हुए हमेशा स्वच्छता बनाए रखेंगे। ताकि जिलेवासियों को स्वच्छ वातावरण और शुद्ध ऑक्सीजन की सौगात मिले। इस तरह का संकल्प हतेवा गांव के नूर मोहम्मद लोगों को दिलाते रहते हैं।

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एक पौधारोपण अभियान में उपस्थित सभी को उन्होंने कहा कि सभी कब्रिस्तान में अपने अपने नाम से एक-एक पौधा रोप कर उन्हें बड़ा करने का संकल्प लें। ताकि धरती पर एक ओर हरियाली फैले, तो दूसरी ओर लोगों को अनमोल ऑक्सीजन की सौगात फ्री में मिले।

नूर मोहम्मद बताते है सप्ताह में एक दिन रविवार को पर्यावरण संरक्षण के नाम रहता है। सबसे पहले सभी ने श्रमदान करते हुए कब्रिस्तान में सफाई व गड्ढे खुदाई, जिसके बाद वहां निर्धारित दूरी पर नीम, पीपल, फल फूल सहित विभिन्न प्रजाति के आक्सीजन युक्त पौधे लगाए जाते हैं, जो बढ़े होकर छांव देने के साथ ही लोगों को प्रदूषण मुक्त पर्यावरण की सौगात देंगे।

कोरोना में आक्सीजन की कमी पर्यावरण से लगाव

नूर मोहम्मद बताते है। पेड़ पौधे से लगाव बचपन से था। कोरोना काल में आक्सीजन की कमी से मरते लोगों को देखकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति सप्ताह में एक दिन पेड़ पौधे के नाम देने का संकल्प लिया। अब तक क्षेत्र में सैकड़ों पौधा लगाने के पश्चात उनकी देखरेख व लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का कार्य निरंतर जारी है।

उन्होंने बताया विशेष कर क्षेत्र के प्रत्येक गांवों व कस्बों के कब्रिस्तान परिसर साफ सुधरा कर उचित स्थानों पर ज्यादा आक्सीजन व फूलदार पौधारोपण कर देखभाल करना है। अब पर्यावरण संरक्षण समिति व गांव गांव लोगों का जुड़ाव बढ़ता जा रहा है।

नूर मोहम्मद का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। हर किसी को इसके लिए योगदान देना चाहिए। हमें अपने आने वाली पीढ़ी की चिंता करनी चाहिए। प्रदूषण मुक्त वातावरण रहेगा तभी सभी लोग सुखी और सुरक्षित रहेंगे। बता दें कि नूर मोहम्मद पार्कों और कब्रिस्तान में पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षित करने का संदेश दे रहे हैं।


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