डीएलएफ मॉल के छत पर मिला कर्मचारी का शव, मृतक के सिर पर चोट के निशान Noida News
नोएडा के सेक्टर- 18 स्थित डीएलएफ मॉल की छत पर एक कर्मचारी का शव मिला है। यह शव पीवीआर कर्मचारी का बताया जा रहा है।
नोएडा, ऑन लाइन डेस्क। डीएलएफ मॉल में शुक्रवार सुबह संदिग्ध हालत में इंजीनियर की मौत हो गई। उनका शव मॉल में स्थित सिनेमा हॉल के बाहर छज्जे पर पड़ा मिला। इंजीनियर के सिर में गंभीर चोट के निशान मिले हैं और बायां कूल्हा टूटा है। बताया जा रहा है कि वह ड्यूटी को लेकर कुछ दिनों से परेशान थे। फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए घटनास्थल के नमूने लिए हैं। अभी तक इंजीनियर के स्वजनों से पुलिस को शिकायत नहीं मिली है। कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मूलरूप से नैनीताल के रामपुर निवासी भुवन चंद्र (48) दिल्ली के सोनिया विहार में पत्नी व दो बच्चों के साथ रह रहे थे। वह सेक्टर-18 के डीएलएफ मॉल स्थित सिनेमा हॉल में इंजीनियर थे और टेक्निकल काम देखते थे। उनकी सुबह 8 बजे से ड्यूटी थी। शुक्रवार सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर वह मॉल में पहुंचे। मॉल के सुरक्षाकर्मियों ने सुबह करीब 11 बजे सिनेमा हॉल के बाहर बने छज्जे पर उनका शव देखा और प्रबंधन को जानकारी दी।
इंजीनियर की मौत की जानकारी पाकर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजबीर सिंह चौहान व डीएलएफ चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे। एसपी सिटी विनीत जायसवाल ने भी मौका मुआयना किया। कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि वह सुबह ड्यूटी पर आने के बाद ओडी (सिनेमा हॉल) में गए थे। वहां से बाहर आकर कुछ देर टहलते रहे। सुबह करीब 10.30 बजे वह ओडी नंबर 7 व 8 को चेक करने के बाद ओडी नंबर 5 की जांच करने गए। इसके बाद उनका शव मिला।
सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही पुलिस
पुलिस डीएलएफ मॉल में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर जांच कर रही है। कैमरे में वह ड्यूटी आने के दौरान गेट पर देखे जा रहे हैं। सिनेमा हॉल के बाहर भी काफी देर तक टहलते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वीडियो फुटेज देख कर लग रहा है कि वह कुछ सोच रहे हैं। ओडी की तरफ 7-8 कदम आगे गए और फिर वापस आ गए। उन्होंने ऐसा दो बार किया है।
डीएलएफ से नौकरी छोड़ना चाहते थे भुवन चंद्र: पुलिस का कहना है कि भुवन चंद्र करीब छह महीने से डीएलएफ में नौकरी कर रहे थे। कुछ दिनों से वह नौकरी को लेकर परेशान थे। उन्होंने यह बात मुम्बई में रहने वाले अपने भाई सतीश को बताई थी। भाई ने बताया है कि वह यहां के माहौल को लेकर परेशान थे। अभी यह साफ नहीं हो सका है कि उन्हें किस तरह की परेशानी थी या कौन उन्हें परेशान कर रहा था। पुलिस यह जानकारी जुटाने में लगी है।
पुलिस मान रही घटना को संदिग्ध
पुलिस का कहना है कि इंजीनियर के सिर के पीछे चोट लगने से सूजन आ गई है। आशंका है कि किसी भारी वस्तु के लगने से चोट आई है। सिनेमा हॉल की छत छोटी है, जहां हॉल के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे हुए हैं। यहां रेलिंग लगी हुई है। वह रेलिंग के कोने तक गए हैं। वहां पर उनके जूते के निशान मिले हैं। रेलिंग का कार्नर टूटा हुआ है। वहां पर सीमेंट का टुकड़ा मिला है। छत से करीब 25 फीट नीचे छज्जा है। जिस पर शव मिला है। सिनेमा हॉल वाली गैलरी में वह अकेले ही जाते दिख रहे हैं। फोरेंसिक टीम ने छत, रेलिंग, छज्जा व गैलरी से जांच के लिए नमूने लिए हैं। पुलिस घटना को संदिग्ध मान कर जांच कर रही है।
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