समलैंगिक मैनेजर के साथ हुआ ऐसा धोखा, 2 बच्चों के पिता की दास्तां उड़ा देगी आपके होश
पूछताछ में पता चला है कि विशाल समलैंगिक है और संबंध बनाने के लिए उसने गे एप ग्रिंडर डाउनलोड कर रखा है। पीड़ित मैनेजर भी समलैंगिक संबंध के लिए इच्छुक रहता है।
नोएडा, जेएनएन। दिल्ली से सटे नोएडा फेस दो में समलैंगिक गैंग (Gay gang) तीन शातिर सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। दरअसल, आरोपितों का पीड़त से एक समलैंगिक ऐप के जरिये संपर्क हुआ। इस एप पर पंजीकृत सदस्य दो तरह के प्रोफाइल वाले होते हैं। कुछ समलैंगिक संबंध बनाने के बदले पार्टनर को पैसे देते हैं, जबकि कुछ लोग पैसा कमाने के लिए संबंध बनाते हैं।
पांच माह से संपर्क में था सरगना
एसपी सिटी विनीत जायसवाल के अनुसार, विशाल की एप पर पांच माह पहले पीड़ित से मुलाकात हुई थी। उस दौरान दोनों ने सहमति से संबंध बनाए थे। इसके बदले पीड़ित ने विशाल को पैसे के साथ दावत भी दी थी। विशाल के दोस्त शहजाद, राहुल व अंकुर भी समलैंगिक हैं। विशाल से तीनों ने किसी से समलैंगिक संबंध बनाने की इच्छा जताई। तब विशाल ने पीड़ित के बारे में बताया था। चारों ने योजना के तहत पीड़ित से एप पर संपर्क किया। चार सितंबर की शाम सभी सैमसंग कंपनी के पास मिले। आरोपितों ने पीड़ित को अपनी सेंट्रो कार में बैठा लिया और उससे पैसे मांगने लगे। पैसे नहीं देने पर सेंसर युक्त टार्च से इलेक्ट्रिक शॉक दिए और डेबिट कार्ड लेकर पैसे निकाले। पीड़ित को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फेंक कर फरार हो गए। विशाल आइ-20 कार चोरी के आरोप में पहले जेल जा चुका है। शहजाद भी चाकू के आरोप में जेल जा चुका है।
मैनेजर को बंधक बना दो घंटे सड़क पर घुमाया, करंट भी लगाया
एसपी सिटी ने बताया कि इसी महीने की 4 सितंबर को फेज टू स्थित एक कंपनी के मैनेजर को चार बदमाशों ने बंधक बना लिया था। इसके बाद मैनेजर को बंधक बनाकर दो घंटे तक घुमाया था। इस दौरान मैनेजर को करंट लगाकर एटीएम से 4500 रुपये निकलवा लिए थे।
दो बच्चों का पिता है मैनेजर
पूछताछ में पता चला है कि विशाल समलैंगिक है और संबंध बनाने के लिए उसने गे एप ग्रिंडर डाउनलोड कर रखा है। पीड़ित मैनेजर भी समलैंगिक संबंध के लिए इच्छुक रहता है। वहीं, पड़ताल में यह भी पता चला है कि उसके दो बच्चे हैं और उसने भी गे एप डाउनलोड किया हुआ था। यही वजह है कि अन्य आरोपित मैनेजर के संपर्क में जल्द ही आए।
रविवार को हुआ था मामले का खुलासा
नोएडा पुलिस ने कई दिनों की जांच-पड़ताल के बाद इस मामले का खुलासा करते हुए फेज टू के डीएससी रोड से गुलावटी निवासी विशाल रावत, परतापुर मेरठ निवासी शहजाद और राहुल शर्मा को गिरफ्तार किया। वहीं, एक आरोपित अंकुर शर्मा फिलहाल फरार है।
ऐसे दिया वारदात अंजाम
4 सितंबर की रात को चारों दोस्त फेज टू स्थित सैमसंग के पास सेंट्रो से पहुंचे। जबकि मैनेजर अपनी कार से पहुंचा। इसके बाद मैनेजर अपनी कार से उतरकर सेंट्रो में चारों युवकों के साथ बैठ गया। युवकों ने मैनेजर से संबंध बनाने से पहले ही पैसे की मांग कर दी। उसके पास नकदी नहीं थी तो पैसे देने में असमर्थता जताई। इस दौरान मैनेजर को गलत लोगों के बीच फंसने का अहसास हुआ तो वह कार से उतरने लगा। इसके बाद आरोप है कि चारों युवकों ने मिलकर मैनेजर से मारपीट शुरू कर दी और बंधक बनाकर साथ ले गए। नाराज युवकों ने टॉर्च से करंट लगाया और शहर में करीब ढाई घंटे तक घुमाते रहे। रास्ते में मैनेजर के एटीएम से साढ़े चार हजार रुपये भी निकलवा लिए।
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