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नोएडा के नाम पर नया नोएडा में निवेश की तैयारी, कारोबारियों को मिलेगा एयरपोर्ट का भी लाभ

प्रदेश में सबसे अधिक बजट वाला प्राधिकरण होने के साथ सबसे अधिक विकास परियोजना को पूरा कर नोएडा में अपनी अलग पहचान बनाई है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नोएडा में निवेश करने के साथ सैकड़ों की संख्या में बिल्डरों के प्रोजेक्ट होने के कारण यहां निवेश की तमाम संभावनाएं हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 12:22 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 12:22 PM (IST)
नोएडा के नाम पर नया नोएडा में निवेश की तैयारी, कारोबारियों को मिलेगा एयरपोर्ट का भी लाभ
डीएनजीआइआर में भारी निवेश कराने के लिए इसे नोएडा के नाम के साथ जोड़ा जा रहा है।

नोएडा [लोकेश चौहान]। उत्तर प्रदेश के साथ ही देश से लेकर विदेश तक में अपनी अलग पहचान बनाने वाले नोएडा के नाम का प्रयोग अब दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इनवेंटमेंट रीजन (डीएनजीआइआर) में निवेश के लिए किया जाएगा। वैसे तो यह रीजन नोएडा से काफी दूर है, लेकिन गौतमबुद्ध नगर जिले की पहचान बन चुके नोएडा के नाम को एक बार फिर से निवेश के लिए सुर्खियों में लाए जाने की तैयारी की जा रही है। पूर्व में भी प्राधिकरण यह प्रयोग कर चुका है। नोएडा व गाजियाबाद से सटे ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में नोएडा एक्सटेंशन के नाम पर जमीन बेच कर बिल्डर परियोजनाएं स्थापित की गई। बिल्डरों ने नोएडा एक्सटेंशन के नाम पर ही फ्लैट बेचे। हालांकि वह क्षेत्र ग्रेटर नोएडा वेस्ट है। इसी तरह से अब डीएनजीआइआर को नया नोएडा के नाम से पहचान देकर निवेश की रफ्तार को बढ़ाने की तैयारी है।

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प्रदेश में सबसे अधिक बजट वाला प्राधिकरण होने के साथ सबसे अधिक विकास परियोजना को पूरा कर नोएडा में अपनी अलग पहचान बनाई है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नोएडा में निवेश करने के साथ सैकड़ों की संख्या में बिल्डरों के प्रोजेक्ट होने के कारण यहां निवेश की तमाम संभावनाएं हैं। वहीं जेवर में बनने वाले एयरपोर्ट को भी नोएडा के नाम से जोड़कर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में पहचान दी जा रही है। ऐसे में डीएनजीआइआर में भारी निवेश कराने के लिए इसे नोएडा के नाम के साथ जोड़ा जा रहा है।

डीएनजीआइआर के रूप में बसाए जाने वाले शहर को पहले ग्रेटर नोएडा फेस-टू का नाम दिया गया था, लेकिन नोएडा प्राधिकरण द्वारा इसे विकसित किए जाने के प्रस्ताव के चलते इसे नया नोएडा नाम करार दिया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को जितना भरोसा प्रदेश में किसी अन्य जगह नहीं है, उससे अधिक भरोसा नोएडा में है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण द्वारा जब डीएनजीआइआर को विकसित किया जाएगा, तो निश्चित रूप से इसे नोएडा के रूप में पहचान मिलनी चाहिए। यह बात अलग है कि नोएडा से काफी दूर होगा।

ऐसे में कहा जा सकता है कि एक नए इंडस्ट्रियल रीजन को विकसित करने के लिए निवेश का पर्याय बन चुके नोएडा के नाम का प्रयोग किया जाएगा। कई मायनों में यह सही भी है, क्योंकि नई जगह को पहचान बनानी होगी, जबकि नोएडा विश्व पटल पर अपनी पहचान पहले ही बना चुका है। क्योंकि निवेश में विश्वास नितांत आवश्यक है, ऐसे में डीएनजीआइआर को नया नोएडा का नाम दिए जाने में कुछ गलत नहीं है, बशर्ते जिन सुविधाओं को विकसित करने की बात कही जा रही है, वे वास्तव में और सही समय पर लोगों को मिलें।

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