Move to Jagran APP

उत्तर प्रदेश की इन 2 सीटों पर दोबारा विधायक बनने की कठिन रही है डगर, पढ़िये- पूरी स्टोरी

UP Election 2022 आंकड़े बताते हैं कि जेवर विधानसभा में दोबारा विधायक बनने की चाहत लिए प्रत्याशी भले ही मैदान में उतरे रहे हो पर जनता का भरोसा 1980 के बाद लगातार दोबारा विधायक बनाने के लिए अबतक बन नहीं पाया।

By Jp YadavEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 02:07 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 02:07 PM (IST)
उत्तर प्रदेश की इन 2 सीटों पर दोबारा विधायक बनने की कठिन रही है डगर, पढ़िये- पूरी स्टोरी
उत्तर प्रदेश की इन 2 सीटों पर दोबारा विधायक बनने की कठिन रही है डगर, पढ़िये- पूरी स्टोरी

नोएडा [वैभव तिवारी]। उत्तर प्रदेश की सियासत में जनता का नेतृत्व करने की चाह भले ही कई की हो, पर अवसर एक को मिलता है, लेकिन इस अवसर को लगातार दोबारा भुनाने की राह जेवर और नोएडा सीट पर अब तक कठिन डगर साबित हुई है। आंकड़े बताते हैं कि जेवर विधानसभा में दोबारा विधायक बनने की चाहत लिए प्रत्याशी भले ही मैदान में उतरे रहे हो पर जनता का भरोसा 1980 के बाद लगातार दोबारा विधायक बनाने के लिए अबतक बन नहीं पाया। जिसके कारण पिछले 42 वर्ष में लगातार दूसरी बार कोई विधायक चुन के सामने नहीं आया है। वहीं, नोएडा विधानसभा सीट पर जीते विधायक अभी तक दोबारा प्रत्याशी नहीं बने थे। दादरी सीट पर स्थिति अलग है कि यहां पर विधानसभा चुनाव में पिछले 48 वर्ष में दो विधायकों के अलावा सभी विधायकों ने लगातार जीत दर्ज की है। वहीं, जिले की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए इस बार जिले के तीनों विधायक दूसरी बार मैदान में जोर लगा रहे हैं।

loksabha election banner

ऐसे रही है सीटों की गणित

जेवर सीट पर सातवीं विधानसभा चुनाव 1977 में जनता दल पार्टी के उम्मीदवार ऐदल सिंह लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए। हालांकि 1977 का चुनाव उन्होंने जनता पार्टी से लड़ा था। जबकि इसके पहले ऐदल सिंह भारतीय क्रांति दल के उम्मीदवार रहे थे। इसके बाद हुए दस चुनावों में किसी भी पार्टी का विधायक लगातार दूसरी बार अब तक चुनकर सामने नहीं आया है। वहीं 2012 में परिसीमन के बाद सामने आई नोएडा विधानसभा सीट पर भाजपा के दबदबे के बावजूद हर बार प्रत्याशी बदल दिए गए थे। जिसके कारण दूसरी बार कोई विधायक जीत कर सामने नहीं आया है। साथ ही दादरी विधानसभा सीट पर अलग-अलग समय पर पार्टियों का दबदबा रहा है। जिसमें पिछले 48 वर्ष में 1980 में हुए आठवीं विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विजय पाल सिंह और 1993 में हुए बारहवीं विधानसभा चुनाव में जनता दल के समीर भाटी के अलावा चार विधायकों ने दोबारा से दादरी विधानसभा का नेतृत्व किया है। जिसमें लोकदल और जनता दल से रहे महेंद्र सिंह भाटी ने तीन बार, तेज सिंह, नवाब सिंह नागर और सत्यवीर गुर्जर लगातार दो-दो बार विधायक रहे हैं।

पार्टी के भरोसा के बाद जनता की कसौटी 

17 वीं विधानसभा 2017 में पहली बार जिले की नोएडा सीट से पंकज सिंह, दादरी से तेजपाल सिंह नागर और जेवर से धीरेंद्र सिंह भाजपा विधायक बने थे। जिन पर पार्टी ने दोबारा दांव लगाया है। जिनका दोबारा जीतकर आने से दिल्ली के लिए भी दावेदारी मजबूत होगी। इसमें जेवर सीट पर पिछले कई वर्ष में लगातार दूसरी बार विधायक न बनने, नोएडा सीट पर दोबारा विधायक बनने का रिकार्ड बनाने के साथ दादरी सीट पर इतिहास को दोहराने के दबाव के पड़ाव को पार करना होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.