Bike Bot Scam: बाइक बोट के निवेशकों में जगी उम्मीद, ठगों पर आर्थिक अपराध शाखा ने कसा शिकंजा
डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह ने कहा कि फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है। वर्तमान में मामले की जांच मेरठ की आर्थिक अपराध शाखा कर रही है। बाइक बोट मामले में कुल 56 मुकदमें दर्ज किए गए हैं।
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। देश भर के अलग-अलग प्रदेशों में ऑफिस खोलकर सवा दो लाख लोगों से अरबों की ठगी करने वाली बाइक बोट कंपनी पर पुलिस का शिकंजा कसा है। कोर्ट में मजबूत पैरवी के चलते मुख्य आरोपित संजय भाटी के भाई सचिन की 19 मुकदमों में अग्रिम जमानत खारिज हो चुकी है।
वहीं अतिरिक्त निदेशक पुष्पेंद्र सिंह की 26 मुकदमों में जमानत खारिज हुई थी। लगातार खारिज हो रही जमानतों से निवेशकों में उम्मीद जगी है कि उनका डूब रकम उनको वापस दिलाई जाएगी।
दो गुना रकम वापस करने का लालच देकर लगाया लोगों को चूना
बता दें कि 62 हजार की रकम निवेश कर एक साल में दो गुना वापस करने का लालच देकर गर्विस प्रमोटर्स कंपनी ने ठगी की। कंपनी में बाइक चलवाने के नाम पर लोगों से रकम निवेश कराई। कंपनी को बाइक बोट के नाम से प्रमोट किया गया। घोटाले के मुख्य आरोपित संजय भाटी सहित कई अन्य वर्तमान में गौतमबुद्धनगर जिला जेल में बंद है। वहीं फरार आरोपित संजय के भाई सचिन पर 50 हजार का इनाम घोषित है। निवेश की गई रकम वापस दिलाने की मांग को लेकर दादरी के कोट गांव स्थित ऑफिस पर निवेशक अभी भी धरना दे रहे है।
2019 में दर्ज हुआ मुकदमा
बाइक बोट के नाम पर 2016 से ठगी का धंधा शुरू किया गया, निवेशक पूर्व में भी कई बार शिकायत करते रहे, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। गौतमबुद्धनगर पुलिस ने वर्ष 2019 में बाइक बोट के खिलाफ पहला मुकदमा राजस्थान के रहने वाले सुनील मीणा की शिकायत पर दादरी कोतवाली में दर्ज किया। इसके बाद कुल 56 मुकदमें दर्ज किए गए।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह ने कहा कि फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है। वर्तमान में मामले की जांच मेरठ की आर्थिक अपराध शाखा कर रही है।
बता दें कि बाइक बोट के नाम पर निवेश करने वालों को करोड़ों रुपये का चूना लगा है। बताया जाता है कि देश के कई राज्यों के लोगों ने इसमें निवेश किया। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। फिलहाल पुलिस की कार्रवाई से निवेशकों में उम्मीद जगने लगी है कि शायद उन्हें उनका पैसा वापस मिल जाए। फिलहाल आरोपितों के खिलाफ जांच चल रही है।
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