Ayodhya Judgment: रामदेव ने कहा- भारत के लोकतांत्रिक होने का दुनिया को देना है संदेश
राम अल्लाह या मजहब के नाम पर अफवाह व दुर्भावना की बातों को स्वीकार नहीं किया जा सकता। सभी लोगों को विश्व को संदेश देना है कि यहां सभी संविधान को मानते हैं।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। राम मर्यादा हैं। जीवन का श्रेष्ठ आचरण हैं। वह प्रेम और सद्भावना हैं। भाईचारे, सौहार्द के देवता हैं। राम भारत के सभी लोगों के पूर्वज हैं। राम, अल्लाह या मजहब के नाम पर अफवाह व दुर्भावना की बातों को स्वीकार नहीं किया जा सकता। देश में रहने वाले सभी लोगों को विश्व को संदेश देना है कि यहां सभी संविधान को मानते हैं।
सभी प्रेम और मिलजुल कर रहते हैं
प्रेम और मिलजुल कर रहते हैं। इसके साथ ही भारत लोकतांत्रिक और परिपक्व देश है। यह बातें योग गुरू स्वामी रामदेव ने इंडिया एक्सपो मार्ट में चल रहे आयुर्योग एक्सपो के तीसरे दिन आयोजित योगसत्र को दौरान कहीं। इस दौरान करीब 25 हजार लोगों ने योग के विभिन्न आसन किए।
देश विदेश से आए प्रतिनिधि
इनमें देश व विदेश से आए प्रतिनिधियों, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि देश में राम राज्य हमारे आचरण से आएगा। आपस में कोई झगड़ा-फसाद नहीं करना है। कोई करे तो रोकना है।
शांति सबसे जरूरी
इस देश से शांति को मिटने नहीं देना है। स्वामी रामदेव ने आयुर्योग एक्सपो के दौरान कहा कि इस योग सत्र से महोत्सव की गरिमा बढ़ी है। देश के प्रधानमंत्री ने योग को लेकर काफी काम किया है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग की पहचान बनी है। जैसे मोदी है तो मुमकिन है वैसे ही योग से भी सब मुमकिन है।
योग ओलंपिक का हिस्सा बनेगा
संभावना है कि आने वाले समय में योग ओलंपिक का हिस्सा बनेगा। इस दौरान स्वामी अमृता सूर्यानंद महाराज, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन हरिद्वार के निदेशक डॉ. शिर्ले टेल्स, यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में डिपार्टमेंट ऑफ जनरल ऑन्कोलॉजी एंड बिहेविरल साइंस में प्रोफेसर डॉ. लोरेंजो कोहेन, हार्वड मेडिकल स्कूल के सहायक प्रोफेसर डॉ. सतबीर सिंह खालसा, इंडिया एक्सपो मार्ट के अध्यक्ष राकेश कुमार आदि उपस्थित रहे।