Noida News: यमुना में बाढ़ से जेवर में सैकड़ों बीघा फसल पानी में डूबी, क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की गई बंद
Noida News पुश्ता निर्माण के दौरान उसकी ऊपरी सतह करीब 25 फीट चौड़ी थी। वहीं सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बाढ़ की आशंका को देखते हुए पुश्ता की रखवाली व अस्थाई मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।
ग्रेटर नोएडा [मनीष तिवारी]। जेवर में यमुना में जलस्तर बढने से जेवर क्षेत्र के कई गांव की फसल पानी में डूब गई। खतरे को भांपते हुए बिजली विभाग ने रविवार को एहतियात के तौर पर डूब क्षेत्र की बिजली आपूर्ति काट दी। तहसील प्रशासन सभी बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मियों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
फसलों को भारी नुकसान होने की संभावना
ओखला बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी में जल का स्तर बढ़ गया है। जेवर क्षेत्र के गांव झुप्पा, छातंगा, पूरन नगर, शमशमनगर, कानीगढ़ी आदि गावों की पुश्ता के डूब क्षेत्र में स्थित फसल में पानी में डूब गई। जिससे ज्वार, धान व मक्का आदि की फसल में भारी नुकसान होने की संभावना है।
जलस्तर बढ़ने पर चौकियों पर तैनात कर्मियों को किया गया अलर्ट
उपजिलाधिकारी जेवर रजनीकांत ने बताया कि जेवर क्षेत्र में जनता इंटर कालेज, मेवला गोपालगढ़, झुप्पा व भाईपुर में चार बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। तहसील परिसर में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। यमुना में जलस्तर बढ़ने पर चौकियों पर तैनात कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है।
डूब क्षेत्र की बिजली आपूर्ति की गई बंद
विद्युत विभाग के उपखंड अधिकारी विशाल यादव ने बताया कि पुश्ता से आगे यमुना की ओर के डूब क्षेत्र की बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया गया है। बाक्सपुश्ता की हालत कई स्थानों पर जर्जरग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2005 में यमुना का पुश्ता बनने के बाद उसकी एक बार भी मरम्मत नहीं की गई है। बरसात की वजह से कई स्थानों पर पुश्ता दोनों तरफ से कट चुका है।
मरम्मत का काम हुआ शुरू
उसकी चौड़ाई पांच से सात फीट तक रह गई है। पुश्ता पर कई कामगार कटान वाले स्थानों पर मरम्मत करने में जुट गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अगर पुश्ता से पानी आबादी की ओर आया तो भारी नुकसान हो सकता है।