UP: एनकाउंटर में मारे गए कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे पर बनेगी फिल्म, परिवार ने दी रजामंदी
Movie on Kanpur Gangster Vikas Dubey हर्षवर्धन और तन्मय ने बताया कि पूरे देश के लोगों को जिज्ञासा है कि एक अपराधी किस प्रकार ग्रामीण क्षेत्र से निकल कर तीन दशक तक अपराध की दुनिया में फलता फूलता रहा।
नोएडा [पारुल रांझा]। Movie on Kanpur Gangster Vikas Dubey: उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे पर जल्द फिल्म बनने की तैयारी है। मुठभेड़ में मारे जाने के बाद विकास दुबे को लेकर नोएडा की युवा प्रतिभा तन्मय तैलंग और हर्षवर्धन की तरफ से गैंगस्टर विकास दुबे पर फिल्म बनाई जा रही है।
सुप्रसिद्ध फिल्म निर्माता शैलेश सिंह की कर्मा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट ने पोलेराॅइड मीडिया के तन्मय तैलंग व हर्षवर्धन के साथ विकास दुबे पर फिल्म निर्माण के लिए स्वत्वाधिकार प्राप्त कर लिए हैं। फिल्म निर्माता हंसल मेहता के निर्देशन में बनाई जा रही यह फिल्म दो घंटे की होगी।
बेहतरीन पॉलिटिकल थ्रिलर होगी फिल्म
नोएडा सेक्टर-43 के रहने वाले हर्षवर्धन ने बताया कि तनु वेड्स मनु, अलीगढ़, शहीद एवं जजमेंटल आदि फिल्मों के निर्माता शैलेश सिंह के मार्गदर्शन में हमारी कंपनी को फिल्म की प्रोडक्शन करने का अवसर मिला है। फिल्म में बताया जाएगा कि किस तरह विकास दुबे ने दीर्घकाल तक एक आपराधिक साम्राज्य स्थापित कर, शासन प्रशासन और कानून से गठजोड़ बनाकर उत्तर प्रदेश के जांबाज पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की जघन्य हत्या करके पूरे देश को दहला दिया था। यह फिल्म एक बेहतरीन पॉलिटिकल थ्रिलर होगी। इस पर वे पूरी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ काम करेंगे।
फिल्म को लेकर विकास दुबे की पत्नी से की मुलाकात
सेक्टर-82 निवासी 24 वर्षीय तन्मय तैलंग ने बताया कि अगले वर्ष फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी। फिल्म को लेकर उन्होंने विकास दुबे की पत्नी व बेटे से मुलाकात की थी। जब वे उनसे मिले तो वे सहमे हुए थे, फिर थोड़ा सहज होने के बाद उन्होंने सारा वृत्तांत सुनाया। स्वजनों ने इस दर्दनाक हादसे से उबरने के बारे में बताया। काफी समय समझाने के बाद वे फिल्म बनाने के लिए अपने कॉपीराइट देने के लिए तैयार हुए। हमें विश्वास है कि शैलेश सिंह और हंसल मेहता के साथ इस कहानी की पूर्ण जवाबदेही एवं तथ्यों की वास्तविकता के आधार पर फिल्मांकन करेंगे।
फिल्म में हर पहलु को दिखाने का किया जाएगा प्रयास
हर्षवर्धन और तन्मय ने बताया कि पूरे देश के लोगों को जिज्ञासा है कि एक अपराधी किस प्रकार ग्रामीण क्षेत्र से निकल कर तीन दशक तक अपराध की दुनिया में फलता फूलता रहा। इसका परिणाम पुलिस के अधिकारियों और जवानों को अपनी जान की कीमत देकर चुकाना पड़ा। अंत में पुलिस की गिरफ्त से भागने के प्रयास में उस दुर्दांत अपराधी का अंत हुआ। इसलिए फिल्म में हर पहलु को दिखाने का प्रयास रहेगा। फिल्म की शूटिंग की लोकेशन अभी तय नहीं की गई है।
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