CBSE 12th Board Exams 2021: 12वीं की परीक्षा बनी विदेश में पढ़ने वालों के लिए बनी अग्निपरीक्षा
12वीं की बोर्ड परीक्षा होने या न होने का निर्णय नहीं लिए जाने के कारण विदेश के कालेजों में आवेदन कर चुके छात्र इस समय अधर में हैं। स्कूल की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें दाखिला तो मिला लेकिन पढ़ाई तभी शुरू होगी जब उनकी मार्कशीट कालेज में जमा होगी।
नोएडा [सुनाक्षी गुप्ता]। 12वीं की बोर्ड परीक्षा होने या न होने का निर्णय नहीं लिए जाने के कारण विदेश के कालेजों में आवेदन कर चुके छात्र इस समय अधर में हैं। वजह, उनके पास 12वीं की मार्कशीट नहीं है। स्कूल की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें दाखिला तो मिल गया, लेकिन पढ़ाई तभी शुरू होगी, जब उनकी मार्कशीट कालेज में जमा होगी। अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन के ज्यादातर विश्वविद्यालयों ने अगस्त तक मार्कशीट जमा करने का समय दिया है। वहीं टीकाकरण की धीमी चाल भी छात्रों की राह में बड़ा रोड़ा बन रही है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अगस्त से पहले दोनों डोज लग पाना मुश्किल है। वहीं 12वीं में काफी संख्या में ऐसे छात्र हैं, जिनकी उम्र अभी 18 वर्ष नहीं हुई है। उनका टीकाकरण कब होगा, कुछ कहा नहीं जा सकता।
केस 1
12वीं बोर्ड परीक्षा पर टिका भविष्य नोएडा निवासी सल्तनत खान बताती हैं कि उनके बेटे ने 2020-21 सत्र में 12वीं और पिछले वर्ष अक्टूबर में बीएससी कंप्यूटर साइंस के लिए अमेरिका और कनाडा के विवि में आवेदन किया था। स्कूल से कक्षा नौ से 12वीं में छात्र के प्रदर्शन की रिपोर्ट बनाकर कनाडा की अल्बर्टा विश्वविद्यालय भेजी गई, जिसके आधार पर चयन कर विवि ने पहले कंडीशनल पत्र भेजा, जब भारत के अभिभावकों ने कोरोना की स्थिति देखते हुए रियायत मांगी तो विवि ने अनकंडीशनल पत्र भी जारी कर दिए, जिससे छात्र स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन कर सकें। कालेज में एक साल की फीस जमा कर चुके हैं और एक सितंबर से कालेज में नए सत्र की शुरुआत होगी। अगर बोर्ड परीक्षाएं होती हैं तो अगस्त तक मार्कशीट जमा करनी होगी।
केस 2
समय से नहीं हुआ टीकाकरण तो खतरे में आ जाएगा भविष्य अभिभावक नितिन शर्मा बताते हैं कि उनकी बेटी ने किंग्स कालेज लंदन से डिजिटल मार्के¨टग के लिए आवेदन किया है। एक बेटी पहले से ही लंदन में पढ़ रही है। दोनों बेटियों का नया सत्र सितंबर से शुरू होना है। 15 दिन पहले वहां पहुंच क्वारंटाइन में रहेंगी। समस्या यह है कि विदेश जाने के लिए टीके की दोनों डोज अनिवार्य है। 20 दिन इंतजार करने के बाद एक बेटी के लिए स्लाट मिल सका और दूसरी डोज 24 अगस्त तक लगेगी, जबकि दूसरी बेटी को अभी पहली डोज के लिए स्लाट नहीं मिल सका है।
मामला अब कोर्ट में पहुंच गया है इसलिए परीक्षा की स्थिति पर अब कुछ नहीं कहा जा सकता। इंतजार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। - रमा शर्मा, जनसंपर्क अधिकारी, सीबीएसई