Coronavirus: कोरोना की दहशत के बीच 3226 घरों में गूंजी किलकारियां, सभी सुरक्षित
Coronavirus कोरोना की आहट के बीच सरकारी और निजी अस्पतालों में किलकारियां भी लगातार गूंज रही हैं।
नोएडा [मोहम्मद बिलाल]। कोरोना वायरस की दहशत से उपजे दर्द के दरवाजे पर खुशियां भी लगातार दस्तक दे रही हैं। यह खुशी पाकर किसी की आंखों से आंसू निकल रहे हैं तो कोई हाथ जोड़कर बस निशब्द रह जाता है। एक दूसरे की भाव भंगिमाएं मुस्कुराती हुई एक दूसरे को बधाई हो, बधाई हो का स्वर प्रदान कर रही हैं।
दरअसल कोरोना की आहट के बीच सरकारी और निजी अस्पतालों में किलकारियां भी लगातार गूंज रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने एक मार्च से 30 अप्रैल के बीच 8929 जन्म प्रमाण पत्र, तो 1380 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं।
इन दो माह में एक भी मौत कोरोना से नहीं हुई है। मौत का प्रमुख कारण निमोनिया, हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, अस्थमा अटैक, किडनी फेल्योर, कैंसर, मधुमेह, सड़क हादसा हैं। मच्छर जनित बीमारियां डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया से एक भी मौत दर्ज नहीं है। वहीं संस्थागत प्रसव भी खूब हुए हैं। जहां जनवरी में 5677 तो फरवरी में 6050 को जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। वहीं मार्च में 5703 व अप्रैल में 3226 को जन्म प्रमाण जारी किए गए हैं।
जनवरी-फरवरी के आंकड़ों की तुलना मार्च-अप्रैल से करें, तो इसमें महज 23 फीसद की कमी आई हैं। जबकि मार्च के आंकड़ों की तुलना अप्रैल से करने पर इसमें 43 फीसद की कमी आई हैं। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भी संस्थागत प्रसव हो रहे हैं। इसके लिए सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पताल को सख्त निर्देश है। किसी भी गर्भवती का इलाज नहीं रोका जाएगा।
शारदा से तीन को मिली छुट्टी
उधर, ग्रेटर नोएडा में शारदा अस्पताल से सोमवार को तीन संक्रमितों के ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई। तीनों की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। सभी को घर पर 14 दिन तक क्वारंटाइन रहने को कहा गया है। अस्पताल से अब तक 87 संक्रमित ठीक होकर घर जा चुके हैं। अस्पताल के जन संपर्क अधिकारी डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि शारदा अस्पताल से अभी तक 87 संक्रमितों को ठीक होने पर डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां अभी 39 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार चल रहा है।
सोमवार को यहां से एक पुरुष और महिलाओं को छुट्टी दी गई। इनमें से नोएडा के सेक्टर-19 में रहने वाली एक महिला के पति की पिछले दिनों कोरोना से मौत हो गई थी। डिस्चार्ज किए गए सभी मरीजों से डॉक्टरों ने घर पर क्वारंटाइन रहने के लिए कहा है। साथ ही मास्क का नियमित उपयोग करने को भी कहा गया है।