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Coronavirus: आठ पॉजिटिव के संपर्क में आए 1017 लोग, संक्रमण का खतरा Noida News

Coronavirus आठों मरीजों के संपर्क में अब तक 1017 लोग आए उनकी स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य विभाग ने 989 लोगों को निगरानी में रखा है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 24 Mar 2020 04:20 PM (IST)Updated: Tue, 24 Mar 2020 04:20 PM (IST)
Coronavirus: आठ पॉजिटिव के संपर्क में आए 1017 लोग, संक्रमण का खतरा Noida News
Coronavirus: आठ पॉजिटिव के संपर्क में आए 1017 लोग, संक्रमण का खतरा Noida News

नोएडा, जागरण संवाददाता। गौतमबुद्ध नगर जिले में नौ कोरोना के पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। रविवार देर रात तक मरीजों की संख्या पहुंचकर आठ हो गई थी। इन आठों मरीजों के संपर्क में अब तक 1017 लोग आए, उनकी स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य विभाग ने 989 लोगों को निगरानी में रखा है। अब तक 324 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा जा चुका है। इनमें 228 की रिपोर्ट निगेटिव और 90 की आनी बाकी है। राहत की बात यह रही कि सोमवार को विभाग के पास दिल्ली समेत अन्य जांच केंद्रों से सात रिपोर्ट पहुंची और ये सभी निगेटिव आई है।

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सीएमओ डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि सोमवार को जिले में एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया। वहीं अब विभाग का फोकस विदेशों से लौटने वालों के अलावा पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों पर है। विभाग ने ऐसे लोगों का पूरा ब्योरा जुटा लिया है। इन सभी लोगों से रोजाना फोन कर इनकी सेहत की जानकारी ली जा रही है। हालांकि अब तक किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं।

27 लोगों के लिए गए सैंपल

कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते सोमवार को 27 नए लोगों के सैंपल लिए गए। सैंपल को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। 

यहां इतने लोग भर्ती

जीबीयू के अंबेडकर हॉस्टल में बने क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती संदिग्धों की संख्या- 55

सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ में बने क्वारंटाइन में भर्ती संदिग्धों की संख्या- 6

सेक्टर-30 स्थित नए जिला अस्पताल में बने क्वारंटाइन में भर्ती संदिग्धों की संख्या- 87

युवक को खांसते देखकर जिला अस्पताल में मची अफरा-तफरी

जिले में कोरोना के केस बढ़ते ही लोगों में डर का माहौल बन गया है। सोमवार को एक मरीज को जिला अस्पताल में हल्की खांसी क्या उठी। चहुओर अफरा-तफरी मच गई। झटपट लोगों ने युवक से दूरी बना ली और उसे भगाने तक का प्रयास किया। हालांकि बाद में मरीजों को देख रहे चिकित्सकों ने उन्हें शांत किया।

वायरस के प्रभाव को देखते हुए शासन ने जिला अस्पताल में आपात सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी सुविधाओं को बंद करा दिया है। अस्पताल में सिर्फ फीवर क्लीनिक पर ही मरीजों को देखा जा रहा है। सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में बने फीवर क्लीनिक में रोजाना 600 मरीज पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इनमें आधे से ज्यादा मरीज ठीक है। लेकिन कोरोना का डर इन्हें अस्पताल आने को मजबूर कर रहा है। जबकि चिकित्सक मरीजों से बहुत ज्यादा बीमार होने पर अस्पताल पहुंचने की अपील कर रहे हैं।

बता दें कि निठारी गांव निवासी एक युवक को दो दिनों से खांसी हो रही थी। वह जिला अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए आया था। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. संतराम ने मरीज को खांसी की दवा दी और उसे भेज दिया। इस दौरान युवक जैसे ही जिला अस्पताल के गेट पर पहुंचा उसे फिर से खांसी उठ गई। युवक को खांसता देख अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियों व आसपास खड़े मरीजों में अफरा-तफरी मच गई। हद तो तब हो गई, जब उन्हें अन्य मरीजों से अलग जमीन पर बैठा लिया गया। बाद में चिकित्सक डॉ. संतराम ने मौके पर पहुंचकर युवकों को घबराने की बजाय सावधान रहने की सलाह दी। वहीं, सीएमएस डॉ. वंदना शर्मा का कहना है कि अस्तपाल में डर से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। उन्हें कोई गंभीर बीमारी या लक्षण नहीं है।

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