Corona Fighter: पहलवान ने चार दिन में कोरोना को किया चित, बना चर्चा का विषय
पहलवान के पहलवानी की चर्चा लोगों की जुबान पर है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद पहलवान को आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया।
ग्रेटर नोएडा, मनीष तिवारी। अखाड़े में अपने दांव पेच से कई पहलवानों को मात दे चुके एक पहलवान का सामना कोरोना से हुआ। पहलवान के आगे कोरोना चार दिन भी नहीं टिक पाया। अपनी डाइट से रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर पहलवान ने कोरोना को चारों खाने चित कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने अन्य मरीजों की तुलना में पहलवान को दोगुनी डाइट मुहैया कराई थी। जिससे उसकी सेहत बरकरार रहे।
पहलवान के पहलवानी की चर्चा लोगों की जुबान पर है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद पहलवान को आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया। एक गांव निवासी पहलवान जिला स्तर की प्रतियोगिता में कई पहलवानों को चारों खाने चित कर चुके हैं। अब वह एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। कुछ दिनों पूर्व हुई जांच में उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इलाज के लिए उन्हें शारदा अस्पताल में भर्ती कर दिया गया।
अस्पताल प्रबंधन के द्वारा मरीजों को नियमित डाइट दी जाती है। जिसमें सुबह-शाम चाय, दिन व रात में खाना दिया जाता है। खाने में चार रोटी, सब्जी, दाल व चावल दिया जाता है। यह डाइट पहलवान के हिसाब से कम थी। डाइट देख पहलवान की नजरें टेढ़ी हो गई। बीमारी से लड़ाई में पहलवान ने डाइट को बहुत हल्का बता अस्पताल प्रबंधन से नाराजगी जताई। डाइट बढ़ाने या खाना घर से मंगाने की बात कही। पहले दिन पहलवान ने घर से अपनी डाइट के हिसाब से खाना मंगा लिया। अगले दिन अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड में बाहर से खाना न मंगाने के नियम की जानकारी दी।
अन्य के मुकाबले पहलवान की डाइट डबल कर दी गई। जूस भी डबल उपलब्ध कराया। भर्ती होने के चौथे दिन ही पहलवान की अगली रिपोर्ट नेगेटिव आई। अस्पताल में भर्ती मरीजों व प्रबंधन के यह बात चर्चा का विषय बन गई। कोरोना पॉजिटिव में जिले का पहला मामला है जिसमें चार दिन में ही मरीज ने बीमारी को मात दी है। अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेट डा. संतोष निरंजन का कहना है डाइट से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। बीमारी से लड़ने में यह कारगर होती है।