ग्रेटर नोएडा : शहर में हादसों को न्यौता दे रहे खुले नाले, प्राधिकरण उदासीन
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नाले की सफाई को लेकर प्राधिकरण के अधिकारी संजीदा नहीं है। नाले के पटाव की हालत जर्जर होने व जगह-जगह से खुले होने की वजह से हमेशा हादसा होने की संभावना बनी रहती है।
ग्रेटर नोएडा [अजब]। शहर में खुले नाले लगातार हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की उदासीनता के चलते खुले नालों में आएदिन गोवंश गिरकर चोटिल हो रहे हैं। सेक्टर डेल्टा व ईटा एक सेक्टर को जोड़ने वाले 60 मीटर रोड के समीप नाले का पटाव भी एकदम जर्जर हो चुका है। नाले में आए दिन गोवंश गिरे रहते हैं। नाले को पाटने की मांग कई बार सेक्टरवासी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से कर चुके हैं। लिखित व मौखिक शिकायत भी की जा चुकी है।
सेक्टरवासियों का आरोप है कि नाले की सफाई को लेकर प्राधिकरण के अधिकारी संजीदा नहीं है। नाले की वजह से सेक्टर में गंदगी व बदबू फैली रहती है। नाले के पटाव की हालत जर्जर होने व जगह-जगह से खुले होने की वजह से हमेशा हादसा होने कीसंभावना बनी रहती है।
बीमारी फैलने की जता रहे आशंका
सेक्टरवासी लगातार प्राधिकरण पर अनदेखी का आरोप लगा रहे है। सेक्टरवासियों का कहना है कि शिकायत करने के बाद भी प्राधिकरण के अधिकारी अनदेखी करने में लगे है। प्राधिकरण अधिकारियों को खुला नाला दिखाई नहीं दे रहा है। खुले नाले की वजह से सेक्टरों में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप है।
लोगों का आरोप है कि नाले की सफाई न होने की वजह से नाले में मच्छरों की तादाद में इजाफा हो रहा है। जिसके कारण हमेशा बीमारी फैलने का डर बना रहता है।
ईटा एक के दीपक भाटी का कहना है कि खुले नाले को दुरुस्त कराने की मांग कई बार प्राधिकरण अधिकारियों से की जा चुकी है। इस संबंध में कई बार लिखित व मौखिक शिकायत की गई। उसके बाद भी खुला नाला प्राधिकरण के आलाधिकारियों को नजर नहीं आ रहा है।
वहीं ईटा एक में ही रहने वाले विनोद नागर ने बताया कि नाला खुला होने की वजह से आएदिन गोवंंश गिरकर चोटिल हो रहे हैं। जिसकी शिकायत लगातार प्राधिकरण के अधिकारियों से की जा रही है। लेकिन व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई है।
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