नोएडा में साप्ताहिक बंदी के दौरान माल की दुकानें खुलने पर सीएआइटी ने उठाए सवाल
साप्ताहिक बंदी के दौरान अगर सारी दुकानें बंद नहीं होंगी और माल आदि की दुकानें खुली रहीं तो यह अन्य व्यापारियो पर जो कि अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंदी का पालन करने हेतु बंद रखेंगे और उन्हें बेवजह व्यापार का नुकसान सहना पड़ेगा।
नोएडा [कुंदन तिवारी]। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लगाई गई साप्ताहिक बंदी पर कंन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (दिल्ली-एनसीआर) ने सवाल उठाए हैं। इस बाबत संगठन की ओर से जिलाधिकारी सुहास एलवाइ के नाम एक खत भी लिखा गया है। इसमें कहा गया है कि जिलाधिकारी द्वारा साप्ताहिक बंदी के आदेश दिए गए इस संबंध में यह अवगत कराना है कि यदि यह बंदी लागू होती है तो उस दुकानदार अथवा कारोबारी को सभी तरह की वाणिज्यिक गतिविधियों पर बंदी को लागू होना चाहिए। चाहे वह बाजार हो या माल हो या। कहने का मतलब सभी तरह की दुकानें बंद होनी चाहिए। साप्ताहिक बंदी के दौरान अगर सारी दुकानें बंद नहीं होंगी और माल आदि की दुकानें खुली रहीं तो यह अन्य व्यापारियो पर जो कि अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंदी का पालन करने हेतु बंद रखेंगे और उन्हें बेवजह व्यापार का नुकसान सहना पड़ेगा।
संगठन के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने मांग की है कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सभी तरह की दुकानें और शो रूम आदि से बंदी का पालन कराया जाए। जिलाधिकारी महोदय को अपनी इस आदेश पर पुनर्विचार करना चाहिए जिससे कि जो हमारे छोटे व्यापारी हैं क्योंकि बंदी के दिन बंद रखते हैं और साप्ताहिक बंदी का पालन करते हैं तो उन लोगों को अपने व्यापार में बेवजह का नुकसान ना झेलना पड़े। क्योंकि इस तरह की बंदी के दिन में मॉल्स आदि में जो दुकानें खुली रहती हैं उसकी वजह से या तो व्यापारी दुकान खोलने के लिए मजबूर होते हैं या फिर साप्ताहिक बंदी का पालन करने के वजह से ग्राहक उन दुकानों पर चले जाते हैं और वहीं से खरीदारी करने लगते हैं अतः जिलाधिकारी महोदय को ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए जिससे कि इस तरह का कोई भी नुकसान छोटे व्यापारी को ना हो। और साप्ताहिक बंदी के दिन उस क्षेत्र के या तो सभी वाणिज्यिक प्रतिष्ठान खुले या बंद रहे।